- होम
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- राष्ट्रीय+
- आर्थिक+
- मनोरंजन+
- खेलकूद
- स्वास्थ्य
- राजनीति
- नौकरी
- शिक्षा
पाकिस्तान : कोरोना के खिलाफ जंग में 75 फीसदी हेल्थ वर्कर्स खुद बने शिकार
इस्लामाबाद: पाकिस्तान (Pakistan) में कोरोना वायरस (Corona virus) की रोकथाम के लिए फ्रंटलाइन पर डटे स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को भी प्रभावित कर रहा है. 'डॉन' की खबर के हवाले से बताया गया है कि नेशनल इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर के नए आंकड़ों के मुताबिक एक ही सप्ताह में देश भर में 191 से ज्यादा स्वास्थ्यकर्मी और चिकित्साकर्मी कोरोना वायरस का शिकार हुए हैं.
204 हेल्थ वर्कर्स आइसोलेशन में, 138 अस्पताल में भर्ती
इससे पहले 23 अप्रैल को जारी एक रिपोर्ट में कहा गया था कि देश में कम से कम 253 चिकित्सा कर्मी कोरोना वायरस से संक्रमित हैं. हालांकि नए आंकड़ों में 191 या 75 फीसदी इजाफा हुआ है और यह बढ़कर 444 तक पहुंच गया. इस संबंध में जारी हालिया रिपोर्ट में 29 अप्रैल तक के आंकड़ों से पता चला है कि 216 डॉक्टरों, 67 नर्सों और 161 स्वास्थ्य की देखभाल करने वाले स्टाफ के लोग अब तक कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं. इनमें से 204 अपने घरों में आइसोलेशन में हैं. इसके अलावा इनमें से 138 अस्पताल में भर्ती हैं और 94 लोग ऐसे हैं जो कोरोना वायरस को मात देकर इससे उबर चुके हैं.
इतना ही नहीं अब तक 8 हेल्थ केयर वर्कर्स की मौत हो चुकी है. इनमें से पहली मौत गिलगित-बाल्टिस्तान में एक युवा डॉक्टर ओसामा रियाज की हुई थी, जो मार्च के महीने में कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से मौत का शिकार हुए थे. इसके अलावा सिंध में डॉ. अब्दुल कादिर सुमरो की भी पिछले महीने की शुरुआत में कोरोना वायरस की वजह से मौत हो गई थी. यह सूबे में कोरोना वायरस से संक्रमित डॉक्टर की पहली मौत थी. यही नहीं पिछले सप्ताह पेशावर के हयातआबाद मेडिकल कॉम्प्लेक्स में एक सीनियर डॉक्टर की मौत भी इसी संक्रमण की वजह से हुई थी.
प्रभावित होने वालों में सबसे ज्यादा खैबर पख्तूनख्वा के
इस रिपोर्ट के मुताबिक सिंध में तीन, गिलगित-बाल्टिस्तान में दो और बलूचिस्तान, खैबर पख्तूनख्वा और इस्लामाबाद में एक-एक हेल्थ केयर वर्कर की मौत इस वायरस के संक्रमण की वजह से हुई है. रिपोर्ट में कहा गया है कि 444 पीड़ितों में से 138 लोग वे हैं जो गहन देखभाल में काम कर रहे थे, जबकि 306 वे लोग हैं जो अस्पताल के अन्य वार्डों में काम कर रहे थे. इसी समय यह बताया गया कि जो लोग स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े इन लोगों के संपर्क में आए थे, उनका पता लगाया गया और उनका भी टेस्ट किया गया. रिपोर्ट के मुताबिक इनमें से 186 लोगों का टेस्ट पॉजिटिव आया, जबकि 289 के टेस्ट अभी आने बाकी हैं. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि चिकित्सा क्षेत्र में सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाले लोग खैबर पख्तूनख्वा के हैं और वहां यह तादाद 103 है. वहीं 102 लोग पंजाब में इस संक्रमण से प्रभावित बताए गए हैं. इसके बाद सिंध के 86 हेल्थ वर्कस्र हैं, जबकि इस सूबे में डॉक्टरों की तादाद 162 के आसपास है.
बलूचिस्तान में 90 हेल्थ वर्कर्स संक्रमित हुए हैं. इसके अलावा इस्लामाबाद में 41, गिलगित-बाल्टिस्तान में 18 और पीओके में चार वर्कर्स संक्रमण का शिकार हो चुके हैं. गौरतलब है कि प्रधान मंत्री इमरान खान के विशेष स्वास्थ्य सहायक डॉ. जफर मिर्जा ने कल कहा था कि सरकार चिकित्सा कर्मियों के बारे में चिंतित है और जल्द ही कोरोना वायरस के खिलाफ फ्रंटलाइन पर डटे इन चिकित्सा कर्मियों की सुरक्षा के लिए कार्यक्रम शुरू करेगी.