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रूस और यूक्रेन के अधिकारियों ने काला सागर के रास्ते यूक्रेन से अनाज के निर्यात की अनुमति देने के एक समझौते पर हस्ताक्षर कर दिए हैं। जंग लड़ रहे दोनों पड़ोसी देश विश्व में सबसे ज़्यादा खाद्य पदार्थ निर्यात करने वाले देश हैं, लेकिन फ़रवरी में यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद से काला सागर से निर्यात का रास्ता बंद हो गया था, जिससे दुनिया भर में खाने की चीज़ों का संकट पैदा हो गया और मंहगाई बढ़ गई। इस बीच, तुर्की के शहर इस्तांबुल में तुर्क राष्ट्रपति रजब तैयब अर्दोगान और संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस की उपस्थिति में यूक्रेन और रूस के अधिकारियों ने एक मिरर समझौते पर हस्ताक्षर किए, जिसके तहत यूक्रेन से काला सागर के ज़रिए अनाज का निर्यात हो सकेगा। रूस का कहना है कि वह समुद्र के रास्ते अनाज की ढुलाई करने वाले मालवाहक जहाज़ों पर हमला नहीं करेगा। समझौते के तहत यूक्रेन भी कुछ शर्तें मानने को तैयार हो गया है। उसे खाद्य पदार्थ ले जाने वाले जहाड़ों की जांच की अनुमति देनी होगी। जांच की ज़िम्मेदारी एक तीसरे देश तुर्की की होगी। जांच के दौरान यह देखा जाएगा कि कहीं हथियारों की सप्लाई तो नहीं की जा रही है। कलदुनिया के सभी अंतरराष्ट्रीय टीवी चैनल ने तुर्किया-यूएन-रूस-यूक्रेन के बीच "यूक्रेन अनाज" के ब्लैक समुंदर से निर्यात के समझौता का live प्रसारण किया।इस समझौता से यूक्रेन अपना अनाज और रूस अनाज तथा फ़र्टिलाइज़र को दुनिया मे तुर्किया के देख-रेख मे निर्यात करे गा जिस से दुनिया मे खाने की चीज़ों का दाम कम हो गा।
इस समझौते के लिए तुर्किया की बहुत तारीफ की जा रही है। के चीफ ऐनटौनिओ गूट्रेस ने अरदोगान के तारीफ़ का पुल बॉध दिया है।कल के समझौता समारोह के समय जब अर्दोगान स्पीच देने के लिए खडे हुऐ तो गूट्रेस ने खडे होकर उत्साह पूर्ण स्वागत (standing ovation) किया जिस कारण हॉल मे मौजूद सभी मूल्कों के मंत्री और प्रेस वाले खडे होकर ताली बजाने लगे। यूक्रेन और रूस पूरी दुनिया को 28% गेंहू, 29% बार्ली, 15% मक्का, 75% खाने का तेल निर्यात करता है।दुनिया के 40 करोड लोग यूक्रेन और रूस के अनाज से भोजन करते हैं।अफ्रीका के देश रूस के फर्टिलाईजर से खेती करते हैं।यूरोप के किसान एक हेक्टेयर खेत मे 100 kg उर्वरक तथा अफ्रीका के किसान केवल 7 kg इस्तेमाल करते हैं। रूस-यूक्रेन की लडाई 24 फरवरी 2022 को शुरू हुआ और अरदोगान ने 29 मार्च से पुटिन से अनाज के निर्यात पर वार्ता शुरू की, इसी सिलसिला मे गुट्रेस मास्को गये और यूक्रेन-रूस से तीन महीना के वार्ता के बाद कल समझौता हुआ। तुर्किया और यूएन के देख रेख मे यह अनाज ब्लैक समुंदर (Black Sea) से बौस्फोरस होता हुआ यूरोप/एशिया/अफ्रिका जाये गा। तुर्किया सभी अनाज वाले जहाज़ का इंसताबूल मे निरीक्षण करे गा ताकि कोई लडाई का सामान आयात नही करे।Bosphorus का मालिक तुर्किया है।