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नई दिल्ली : कोरोना अब सिर्फ़ ख़बर नहीं, हमारी ज़िंदगी का हिस्सा बन चुका है। इंसानों की हालत अब कोरोना के आंकड़ों से तय हो रही है। लाखों लोग वायरस से दम तोड़ चुके हैं। उससे ज़्यादा लोग अस्पतालों में जंग लड़ रहे हैं। डॉक्टर्स पूरी ताक़त और हौसलों के साथ लोगों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। इस बीच सुपरपावर अमेरिका ने कोरोना के सबसे असरदार इलाज के रूप में एक दवा तैयार की है। रेमडेसिवीर नाम की इस दवा को अमेरिका ने कोरोना के गंभीर मरीज़ों के लिए रामबाण बताया है। सबसे ज़्यादा मौतों वाले अमेरिका के लिए तो ये संजीवनी है, लेकिन दुनिया के बाकी देशों के लिए भी क्या ये उतनी ही कारगर है।
जब से कोरोना का संक्रमण शुरू हुआ है, तब से लोग पॉज़िटिव के नाम से डरने लगे हैं। लेकिन अब कोरोना से जुड़ी जो पॉज़िटिव रिपोर्ट आई है, वो सारी दुनिया का तनाव कम कर देगी। कोरोना की वजह से सबसे ज़्यादा अपने नागरिकों के शव उठाने वाले अमेरिका ने इस लाइलाज बीमारी को लेकर रामबाण जैसी दवा तैयार करने का दावा किया है। सिर्फ़ दावा ही नहीं बल्कि ख़ुशख़बरी ये है कि कोरोना से जुड़े ट्रायल में ये दवा काफ़ी हद तक कामयाब रही है। अब सारी दुनिया रेमडेसिवीर बनाने की तैयारी कर रही है।
कोरोना को हराने के लिए वैक्सीन और दवा बनाने की जो रेस शुरू हुई थी, उसमें अमेरिका ने ख़ुद को सबसे आगे साबित कर दिया है। अमेरिका में रेमडेसिवीर नाम की दवा का जो ट्रायल कोरोना मरीज़ों पर किया गया था, उसके अच्छे रिज़ल्ट देखने को मिले हैं। इस एंटीवायरल दवा को दुनिया के 75 अस्पतालों में एक हज़ार से ज्यादा गंभीर रूप से संक्रमित मरीज़ों पर ट्रायल किया गया था। रेमडेसिवीर की वजह से मरीज़ों में 31 फीसदी तेज़ी से रिकवरी हुई। अमेरिका के स्वास्थ्य सलाहकार डॉ. फौसी के मुताबिक रेमडेसिवीर ऐसी दवा है, जो वायरस को ब्लॉक कर देती है। इसकी वजह से मरीज़ वायरस से लड़ते हुए बहुत तेज़ी से रिकवर करता है।
रेमडेसिवीर दवा के गुण
इस दवा का रिकवरी टाइम करीब 11 दिन है
इस एंटीवायरल दवा को Gilead साइंसेज़ ने बनाया है
इबोला के ख़िलाफ़ ये दवा लगभग नाकाम रही थी
लेकिन, COVID-19 के मरीज़ों पर दवा का ट्रायल हुआ
अमेरिका में दर्ज़नों लोगों की रिकवरी का दावा किया गया
शिकागो ने अपने मरीज़ों की तेज़ रिकवरी का दावा किया
सिर्फ़ 10 दिन में ही रेमडेसिवीर लेने पर मरीज़ ठीक हुए
अमेरिका ने रेमडेसिवीर का बड़े पैमाने पर उत्पादन शुरू कर दिया है
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने रेमडेसिवीर को कोविड-19 से संक्रमित गंभीर मरीज़ों के लिए आधिकारिक दवा का ऐलान कर दिया है। अमेरिकी वैज्ञानिकों का दावा है कि रेमडेसिवीर दवा से मिले चौंकाने वाले नतीजों के बाद ये बड़ा फैसला लिया गया है।
रेमडेसिवीर दवा क्या है
ये लिक्विड के रूप में आती है
नसों के जरिए शरीर में पहुंचाई जाती है
मरीज़ को 10 दिन तक हॉस्पिटल जाना पड़ सकता है
ट्रंप के सलाहकार डॉ. एंथनी फॉसी इसे जादुई दवा बताते हैं
डॉ. फॉसी के मुताबिक इसका बहुत स्पष्ट असर दिखता है
ये कोरोना मरीज़ों पर प्रभावी और सकारात्मक है
शिकागो ने कोरोना से गंभीर रूप से बीमार 125 लोगों को दवा दी
रेमडेसिवीर पाने वाले 125 में से 123 मरीज़ पूरी तरह ठीक हो गए
अमेरिका पर कोरोना की असरदार दवा जल्द बनाने का बहुत दबाव था। ऐसे में रेमडेसिवीर एंटी वायरल दवा के इस्तेमाल से उसे अपने गंभीर मरीज़ों को बचाने में मदद मिलेगी। इस दवा ने सिर्फ़ अमेरिका ही नहीं बल्कि जापान और भारत समेत दुनिया के लिए उम्मीदें भी जगाई हैं।
जापान में रेमडेसिवीर कोरोना की दवा घोषित
कोरोना वैक्सीन को लेकर दुनिया भर में चल रहे ट्रायल में भारत भी WHO के ट्रायल प्रोग्राम का हिस्सा है। स्वास्थ्य मंत्रालय भी रेमडेसिवीर का भारत में उत्पादन करने के विकल्प तलाश रहा है। वहीं, जापान ने अमेरिकी दवा रेमडेसिवीर को मंज़ूरी दे दी है। जापान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसे कोरोना के इलाज के लिए अधिकृत दवा घोषित कर दिया है। जापान ने रेमडेसिवीर के सकारात्मक नतीजों और अपने वैज्ञानिकों की सलाह पर सिर्फ़ तीन दिन में ही फैसला ले लिया। कोरोना वायरस की वजह से होने वाली बीमारी के लिए अमेरिका ने खाद्य एवं मेडिसिन प्रशासन के ज़रिए रेमडेसिवीर को पिछले हफ्ते अधिकृत किया था। उसके बाद जापान की हेल्थ मिनिस्ट्री ने कहा कि अब तक कोरोना वायरस के इलाज को लेकर कोई दवा उपलब्ध नहीं थी। इसलिए ये कदम बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है। अब जापान के पास कोरोना के इलाज की आधिकारिक दवा है, जिसका नाम है रेमडेसिवीर।