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अमेरिका में कोरोना वैक्सीन का इंतजार खत्म, 11 या 12 दिसंबर से शुरू हो सकता है टीकाकरण कार्यक्रम

Arun Mishra
23 Nov 2020 9:36 AM IST
अमेरिका में कोरोना वैक्सीन का इंतजार खत्म, 11 या 12 दिसंबर से शुरू हो सकता है टीकाकरण कार्यक्रम
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अमेरिका में 11 या 12 दिसंबर से कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम शुरू हो सकता है।। व्हाइट हाउस की ओर से रविवार को यह जानकारी दी गई।

वाशिंगटन। अमेरिका में 11 या 12 दिसंबर से कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम शुरू हो सकता है।। व्हाइट हाउस की ओर से रविवार को यह जानकारी दी गई। शुक्रवार को अमेरिका की दवा कंपनी फाइजर और जर्मनी की उसकी साझेदार बायोएनटेक ने अपने कोविड-19 टीके के आपात इस्तेमाल की अनुमति लेने के लिये अमेरिका के खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) में आवेदन किया था और एफडीए की टीके से संबंधित परामर्श समिति की 10 दिसंबर को बैठक होनी है।

अमेरिका में कोरोना वायरस टीकाकरण कार्यक्रम के प्रमुख डॉक्टर मोनसेफ स्लाउ ने कहा, ''हमारी योजना मंजूरी मिलने के 24 घंटे के अंदर टीकों को टीकाकरण कार्यक्रम स्थलों तक पहुंचाने की है, लिहाजा मुझे लगता है कि मंजूरी मिलने के दो दिन बाद 11 या 12 दिसंबर से टीकाकरण कार्यक्रम शुरू हो जाएगा। ''

Sputnik-5, Moderna और Pfizer में कौन होगी सबसे सस्ती कोरोना वैक्सीन

स्पुतनिक-5 के ट्विटर हैंडल द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक इसकी कीमत फाइजर और मॉडर्ना की वैक्सीन से काफी कम होगी। इस ट्वीट में कहा गया, 'फाइजर की घोषित कीमत प्रति खुराक की दर से 19.50 डॉलर (1446.17 रुपये) और मॉडर्ना की कीमत 25 से 37 डॉलर (1854.07-2744.02 रुपये) रखी गई है यानी एक इंसान के हिसाब से इनकी कीमत 39 डॉलर (2892.34 रुपये) और 50 से 74 डॉलर (3708.13-5488.04 रुपये) बैठेगी। हर इंसान को स्पुतनिक-5, फाइजर और मॉडर्ना के दो खुराक की जरूरत होगी। स्पुतनिक-5 की कीमत इनसे कहीं अधिक कम होगी।'

रूसी वैक्सीन की कीमत अगले हफ्ते सार्वजनिक होगी

रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष (RDIF) के एक प्रवक्ता के हवाले से तास समाचार एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट में बताया, रूसी वैक्सीन की कीमत अगले हफ्ते सार्वजनिक की जाएगी। बड़े पैमाने पर नैदानिक परीक्षण से पहले जब स्पुतनिक-5 को आधिकारिक तौर पर पंजीकृत किया गया, तो रूस अगस्त में कोविड-19 की वैक्सीन को नियामक स्वीकृति देने वाला यह पहला देश बन गया। इस वैक्सीन को गैमेलिया नेशनल रिसर्च सेंटर फॉर एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबॉयोलॉजी और रशियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड (RDIF) ने मिलकर विकसित किया है।

Arun Mishra

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Sub-Editor of Special Coverage News

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