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पाकिस्तान को बड़ा झटका, करोड़ों डॉलर खर्च कर समंदर खोदकर ढूंढने निकले तेल, खोदा पहाड़ निकली चुहिया
इस्लमाबाद : पाकिस्तान ने कराची तट क्षेत्र के समीप अरब सागर में खनिज तेल और गैस का बड़ा भंडार हासिल करने की उम्मीदों के साथ शुरू किया गया खुदाई का काम बंद कर दिया है। यह काम बड़े धूम-धाम से शुरू किया गया था लेकिन जो भी कुएं खोदे गए उनमें कोई खनिज ईंधन हासिल नहीं हुआ। प्रधानमंत्री इमरान खान ने इस साल के शुरू में कहा था कि देश को कराची तट के निकट समुद्री इलाके में तेल विशाल स्रोत होने का पता चाला है।
उन्होंने कहा था, 'इंशा अल्लाह यह स्रोत इतना बड़ा निकलेगा कि हमें आगे कोई तेल बाहर से नहीं खरीदना पड़ेगा।' लेकिन अब अंग्रेजी अखबार 'डॉन' की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पेट्रोलियम मामलों पर प्रधानमंत्री के विशेष सहायक नदीम बाबर ने कहा कि केकड़ा-1 तेल उत्खनन क्षेत्र में खुदाई में कोई अपेक्षित सफलता हाथ नहीं लगी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस क्षेत्र में तेल उत्खनन कुएं का परिचालन करने वाली कंपनी ने काम बंद करने का फैसला किया है।
रिपोर्ट के अनुसार 17 बार की कोशिश के बावजूद सफलता नहीं मिली है। इस परियोजना में करीब 10 करोड़ डॉलर (भारतीय रुपये के हिसाब से 700 करोड़ रुपये और पाकिस्तान की मुद्रा के हिसाब से करीब 1500 करोड़ रुपये) खर्च किए जा चुके हैं। केकड़ा-1 में खुदाई का ताजा काम करीब चार माह पहले इतालवी कंपनी ईएनआई ने शुरू किया था। इसमें अमेरिका की एक्सानमोबिल, पाकिस्तान पेट्रोलियम लिमिटेड और आयल ऐंड गैस डिवेलपमेंट कंपनी लिमिटेड की भी हिस्सेदारी है। पाकिस्तान में तेल गैस का पहला कुआं 1963 में अमेरिका की एक कंपनी ने खोदा था जो सूखा निकला। ताजा विफलता से पहले 2005 में नीदरलैंड की शेल कंपनी के प्रयास में भी कुछ नहीं निकला था।