- होम
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- राष्ट्रीय+
- आर्थिक+
- मनोरंजन+
- खेलकूद
- स्वास्थ्य
- राजनीति
- नौकरी
- शिक्षा
- Home
- /
- राष्ट्रीय
- /
- अंतर्राष्ट्रीय
- /
- Canada को अपना नाम बदल...
Canada को अपना नाम बदल कर खलिस्तान रख लेना चाहिये - आचार्य प्रमोद कृष्णम
कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने आज कनाडा और भारत के बीच बिगड़े संबंधों को लेकर बड़ी बात कही है। उन्होंने कहा है कि कनाडा के प्रधानमंत्री को कनाडा का नाम खालिस्तान रख देना चाहिए।
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने यह बात तब कही है जब कनाडा में एक ओर भारत के मोस्ट वांटेड आतंकी की कनाडा में हत्या हो गई है। इससे पहले इसी तरह के आरोपी की हत्या का कनाडा के पीएम ने भारत पर आरोप लगाया था। जिसके चलते आपसी रिसते बिगड़े। इसके बाद दोनों देशों के दूतावास के अधिकारी तलब किए गए और उन्हे जल्द से जल्द देश छोड़ने के आदेश दिए गए।
क्या है पूरा मामला
कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का आरोप भारत पर इस उम्मीद में लगाया कि उन्हें अमेरिका, ब्रिटेन व ऑस्ट्रेलिया से समर्थन मिलेगा और ये देश भारत पर दबाव बनाएंगे। ट्रूडो कयास लगा रहे थे कि भारत पर निज्जर की हत्या के झूठे आरोप लगाकर उनकी सरकार खालिस्तानी आतंकियों और भारत विरोधी गतिविधियों को संरक्षण देने की वास्तविकता और जवाबदेही से बच जाएगी, लेकिन इसमें उन्हें पूरी तरह सफलता नहीं मिली है।
कनाडा के पीएम को किसी भी देश से इस मुद्दे पर उम्मीद के मुताबिक समर्थन हासिल नहीं हुआ है। कनाडा में जहां विपक्ष और आम लोग ट्रूडो से उनके आरोपों को साबित करने वाले सबूत मांग रहे हैं। आपस में खुफिया सूचना साझा करने के मकसद से बने अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और कनाडा के समूह फाइव आई अलायंस के चारों देशों ने कनाडा को आरोपों की जांच में मदद देने का वादा जरूर किया है, लेकिन कोई भी कनाडाई पीएम के भरोसेमंद आरोपों (क्रेडिबल एलिगेशन) पर भरोसा करने को तैयार नहीं है।
संयुक्त राष्ट्र महासभा में शामिल होने आईं ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री पेनी वांग ने मंगलवार को इस मुद्दे पर कोई भी टिप्पणी करने से इन्कार करते हुए कहा कि हम इस मामले की पूरी जांच चाहते हैं। वहीं, ब्रिटेन के विदेश मंत्री जेम्स क्लेवरली ने भी यही बात दोहराते हुए कहा कि कनाडा ने गंभीर आरोप लगाए हैं, जिनकी गहराई से जांच जरूरी है। जबकि अमेरिका की राष्ट्रीय रक्षा परिषद के प्रवक्ता एडमिरल जॉन किर्बी ने कहा, आरोप बेहद गंभीर हैं। आरोपों की सच्चाई जानने के लिए जांच जरूरी है।
फाइव आई अलायंस ने खींचे हाथ
अमेरिकी अखबार वाशिंगटन पोस्ट ने व्हाइट हाउस के हवाले से लिखा कि कनाडाई पीएम के आरोपों से सप्ताह भर पहले भी कनाडाई अधिकारियों ने फाइव आई अलायंस से निज्जर की हत्या के मामले में साझा सार्वजनिक अलोचना की मांग की थी, लेकिन ट्रूडो की इस मांग को सभी देशों ने खारिज कर दिया था। कनाडा के सरकारी प्रसारक (सीबीसी) ने लिखा कि फाइव आई सहयोगियों ने कनाडा-भारत विवाद में शामिल होने में बहुत कम रुचि दिखाई।
ट्रूडो की गठबंधन सरकार में दरारें
मौजूदा मुद्दे पर कनाडा के सत्ताधारी गठबंधन में भी दरारें हैं। ट्रूडो की लिबरल पार्टी के नेता भारत से संबंध बनाए रखने के पक्ष में हैं। ट्रूडो के आपात प्रतिक्रिया मंत्री हरजीत सज्जन कहते हैं, कनाडा को भारत से रिश्ते तल्ख बनाने की जरूरत नहीं। देश की प्रथम हिंदू कैबिनेट मंत्री अनीता आनंद भी विवेक से काम लेने के पक्ष में हैं।
प्रवासी भारतीयों के खिलाफ हिंसा की दुनियाभर में हुई तीखी आलोचना
दुनियाभर में रह रहे प्रवासी भारतीयों के संगठन इंडियन वर्ल्ड फोरम ने कनाडा में भारतीय प्रवासियों के विरुद्ध हिंसक घटनाओं की निंदा की है। इसके साथ ही कनाडाई सरकार से प्रवासी भारतीयों की सुरक्षा की मांग की गई है। संगठन ने कहा कि कनाडा को अर्शदीप सिंह धल्ला और गुरपतवंत सिंह पन्नू जैसे आतंकियों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।
साजिश नहीं सहेंगे सिख : बिट्टा
सिख नेता एमएस बिट्टा ने कहा कि सिख भारत को तोड़ने की किसी भी साजिश को नहीं सहेंगे। कांग्रेस प्रवक्ता मनु सिंघवी ने घोषित आतंकी के बचाव में ट्रूडो के उतरने को शर्मनाक बताया है।
विदेश मंत्रालय भारतीय समुदाय की सुरक्षा के लिए अधिकारियों के संपर्क में
कनाडा में भारतीय समुदाय के लिए एडवाइजरी जारी करते हुए विदेश मंत्रालय ने कहा, भारतीय उच्चायोग और महावाणिज्य दूतावास कनाडा में भारतीय समुदाय की सुरक्षा और भलाई सुनिश्चित करने के लिए कनाडाई अधिकारियों के संपर्क में रहेंगे। मंत्रालय ने कनाडा में रहने वाले भारतीय नागरिकों और छात्रों को ओटावा में भारतीय उच्चायोग या टोरंटो और वैंकूवर में भारत के महावाणिज्य दूतावासों की संबंधित वेबसाइटों या http://madad.gov.in पर पंजीकरण कराने को कहा है।
कूटनीतिक खींचतान के बीच अगले सप्ताह भारत आएंगे कनाडाई डिप्टी आर्मी चीफ
भारत-कनाडा में कूटनीतिक खींचतान के बीच कनाडाई सेना ने साफ किया कि इससे दोनों देशों के सैन्य संबंधों पर कोई असर नहीं पड़ेगा। नई दिल्ली स्थित कनाडाई उच्चायोग में कनाडाई रक्षा अधिकारी कर्नल टॉड ब्रेथवेट ने कहा, कनाडाई सेना के डिप्टी चीफ मेजर जनरल पीटर स्कॉट अगले हफ्ते एक सम्मेलन में भाग लेने दिल्ली आएंगे।
खालिस्तान समर्थक कनाडाई रैपर का भारत में शो रद्द
खालिस्तान समर्थक कनाडाई रैपर शुभ (शुभनीत सिंह) का स्टिल रोलिन इंडिया टूर रद्द कर दिया गया है। शो के लिए टिकट बुकिंग की सुविधा देने वाली एप बुक माय शो ने इसकी पुष्टि की है। रैपर ने शो की घोषणा करते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट में भारत के नक्शे में पंजाब और जम्मू-कश्मीर को अलग दिखाया था। इस हरकत से सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। लोग शो के बहिष्कार और शुभनीत से माफी मांगने के लिए कहने लगे। इसी बीच शो के स्पॉन्सर बोट ऑडियो ने भी एलान किया कि भारत विरोधी रैपर के शो को प्रायोजित नहीं किया जाएगा। बोट के एलान के बाद बुक माय शो ने भी टूर को रद्द कर दिया और लोगों को शो के टिकट की धनराशी 7 से 10 दिनों के भीतर लौटाने का वादा किया है।