- होम
- राष्ट्रीय+
- वीडियो
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- Shopping
- शिक्षा
- स्वास्थ्य
- आजीविका
- विविध+
- Home
- /
- राष्ट्रीय
- /
- अंतर्राष्ट्रीय
- /
- 14 दिन स्लीप मोड में...
14 दिन स्लीप मोड में रहने के बाद आज एक्टिव हुआ चंद्रयान-3, जानिए क्या है अगला प्लान
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान यानी ISRO के लिए आज का दिन एक बार फिर बहुत महत्वपूर्ण होने वाला है। शुक्रवार को चंद्रमा की सतह पर सुबह होने वाली है। इसरो एक बार फिर चंद्रयान 3 के विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर से संपर्क स्थापित करने का प्रयास करेगा। अगर लैंडर और रोवर एक्टिव हो जाते हैं तो, इसरो और देश के लिए यह अच्छी खबर होगी। इसरो के वरिष्ठ वैज्ञानिक ने बताया कि ग्राउंड स्टेशन चंद्रमा पर धूप खिलने के बाद लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान को एक बार फिर एक्टिव करने का प्रयास करेगा। इससे चंद्रमा की सतह पर वह कुछ दिन और काम कर सकेंगे। बता दें कि चंद्रयान 3 को चांद पर केवल एक लूनर नाइट के लिए ही भेजा गया था। चंद्रमा पर एक दिन - रात पृथ्वी के 14 दिनों के बराबर होता है। इसरो वैज्ञानिक ने आगे कहा कि लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान के एक्टिव होने के चांसेस बहुत कम हैं। अगर संपर्क स्थापित हो भी जाता है तो, पूरी क्षमता हासिल करने की उम्मीद ना के बराबर है।
चांद की सतह पर कई तरह के खनिज मौजूद
बता दें कि रोवर प्रज्ञान ने पता लगाया कि चांद पर सल्फर के साथ ही एल्यूमीनियम, लोहा, कैल्शियम, क्रोमियम, टाइटेनियम, मैंगनीज समेत कई दूसरे तत्व भी मौजूद हैं। यही नहीं प्रज्ञान ने खोज करके बताया कि चांद पर ऑक्सीजन का प्रचुर भंडार मौजूद है। हालांकि, ये गैसीय रूप में मौजूद नहीं है। इसके अलावा चंद्रयान-3 के रोवर प्रज्ञान ने चांद की ऊबड़-खाबड़ सतह पर रॉक-एंड-रोल करते हुए 28 अगस्त को पता लगाया था कि चंद्रमा की सतह में कई खनिज प्रचुर मात्रा में है। रोवर प्रज्ञान में लेजर प्रेरित ब्रेकडाउन स्पेक्ट्रोस्कोपी पेलोड लगा हुआ है। ये उपकरण शक्तिशाली लेजर्स का इस्तेमाल करके चट्टानों को प्लाज्मा में तोड़ता है।