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अमेरिका का कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने का दावा, 43 साल की महिला ने ली कोरोना वैक्सीन की पहली सूई

Arun Mishra
17 March 2020 4:22 AM GMT
जेनिफर हैलर नाम की महिला को कोरोना का टीका लगाता एक स्वास्थ्यकर्मी (फोटो- एपी)
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जेनिफर हैलर नाम की महिला को कोरोना का टीका लगाता एक स्वास्थ्यकर्मी (फोटो- एपी)
सियाटल के रिसर्च इंस्टीट्यूट में एक चिकित्साकर्मी ने कोविड-19 का टीका एक महिला को लगाया

कोरोना वायरस को लेकर दुनियाभर में जारी दहशत के बीच अमेरिका (America) ने कोरोना को रोकने वाले वैक्सीन बनाने का दावा किया है। इसकी पुष्टि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने खुद की है। उन्होंने ये दावा भी किया है कि इसका मानव परीक्षण भी शुरू हो चुका है और ये इतिहास में सबसे कम समय में बनाया जाने वाला वैक्सीन है। सोमवार को कोरोना वायरस के पहले टीके का पहला परीक्षण किया। अमेरिका के सियाटल में एक महिला को पहली बार कोरोना वैक्सीन की सूई दी गई।

सियाटल के रिसर्च इंस्टीट्यूट में एक चिकित्साकर्मी ने कोविड-19 का टीका एक महिला को लगाया। ये वैक्सीन दुनिया में रिकॉर्ड टाइम में विकसित किया गया है।चीन में इस बीमारी का पता चलने के बाद केपीडब्ल्यू रिसर्च इंस्टीट्यूट के वैज्ञानिक इस वैक्सीन को विकसित करने में जी-जान से लगे थे।

साथ ही राष्ट्रपति ट्रंप ने लोगों से अपील की है कि भीड़ वाले इलाकों में न जाएं। 10 से ज्यादा लोग एक जगह पर खड़ न हों और रस्टोरेंट में खाना खाने से बचे। आपको बता दें कि कोरोना से अब तक अमेरिका में 60 लोगों की मौत हो चुकी है।

राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि 'यह दुनियाभर में सबसे जल्दी विकसित किया जाने वाला टीका है। मुझे खुशी हो रही है कि अपने वैक्सीन के पहले चरण का परीक्षण शुरू कर दिया है। यह इतिहास में सबसे कम समय में तैयार हुई वैक्सीन है। हम एंटी वायरल थेरेपी और अन्य तरीकों पर भी काम कर रहे हैं। हमारे पास कुछ आशाजनक शुरुआती परिणाम हैं।'

बता दें कि कोरोना वायरस अबतक दुनिया भर में 7000 से ज्यादा लोगों को शिकार बन चुका है. चीन से निकली ये बीमारी दुनिया के 150 से ज्यादा देशों में फैल चुकी है, लेकिन वैज्ञानिक इसका टीका नहीं विकसित कर पाए हैं.

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