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पहले टमाटर उसके बाद पान, उसके बाद भी जब नहीं माना तो बम गिराकर फोड़े कान, होश में आजा पाकिस्तान

Special Coverage News
26 Feb 2019 5:53 AM GMT
पहले टमाटर उसके बाद पान, उसके बाद भी जब नहीं माना तो बम गिराकर फोड़े कान, होश में आजा पाकिस्तान
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जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले के बाद पूरे देश में गुस्सा है. चाहे किसान हो या फिर व्यापारी हर कोई अपने स्तर से पाकिस्तान का विरोध करते नजर आ रहा है. इसी कड़ी में मध्यप्रदेश के किसानों ने यह फैसला किया है कि अब वो पाकिस्तान से पान का व्यापार नहीं करेंगे. छतरपुर जिले के पान कृषकों ने पाकिस्तान को पान न भेजने का संकल्प लिया है.

छतरपुर जिले के गढ़ीमलहरा, महाराजपुर, पिपट, पनागर और महोबा जिले में पान की अच्छी-खासी पैदावार होती है. यहां से भारत के कई शहरों में पान की सप्लाई होती है. इसके अलावा पाकिस्तान, श्रीलंका आदि देशों में भी पान भेजा जाता है.

पान किसानों का कहना है कि भले ही उन्हें नुकसान हो लेकिन वो वो उन आतंकियों के साथ व्यापार नहीं करेंगे जिसने देश के जवानों का खून बहाया हो. छतरपुर का पान मेरठ और शहारंगपुर से पाकिस्तान भेजा जाता है. हर सप्ताह तीन दिन 45 से 50 बंडल पान के पाकिस्तान भेजे जाते हैं. हर बंडल की किमत 30000 रुपये होती है.

आपको बता दें कि पुलवामा हमले के बाद मध्यप्रदेश के झाबुआ में टमाटर उत्पादक किसानों ने पाकिस्तान को टमाटर निर्यात नहीं करने का फैसला किया है. जिसका असर अब पाकिस्तान में दिखाई देने लगा है.

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