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जानें वो कौन सा ऐसा देश है जो कोरोना का सिर्फ एक केस मिलने पर पूरे देश में लगा दिया लॉकडाउन
देश में कोरोना के मामलों में लगातार गिरावट जारी है। वही मंगलवार को न्यूजीलैंड के ऑकलैंड में कोरोना का एक मामला सामने आते ही प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डर्न ने पूरे देश में लॉकडाउन घोषित कर दिया है। एक संवाददाता सम्मेलन में जेसिंडा अर्डर्न ने कहा कि ऑकलैंड में पूरे सात दिन का लॉकडाउन रहेगा। वहीं बाकी शहरों में लॉकडाउन तीन दिन का होगा, जो आज रात से लागू हो जाएगा। उन्होंने सभी को घर से काम करने की सलाह दी है। लॉकडाउन के दौरान सभी स्कूल व कॉलेज भी बंद रहेंगे।
दुनिया के मुकाबले न्यूजीलैंड ने कोरोना के खिलाफ बेहतर लड़ाई लड़ी है। कोरोना संक्रमित मरीजों व मृतकों की संख्या दुनिया के मुकाबले यहां बेहद कम है। दरअसल, कोरोना की शुरुआत होते ही न्यूजीलैंड ने अपने देश की सभी सीमाओं को सील कर दिया था। वहीं जीनोम सीक्वेंसिंग की मदद से यहां पर कोरोना को बेहतर तरीके से काबू किया गया था।
एक्सपर्ट के अनुसार कोविड में लगातार म्यूटेशन होता है और वह बदलता रहता है। जीनोम सीक्वेंसिंग की मदद से हम कोरोना का म्यूटेशन जानने के लिए इसका फैमलि ट्री बनाते हैं। इससे उसके आधार पर जाकर उसमें हाने वाले बदलावों के अनुरूप ही वैक्सीनेशन किया जाता है।
भले ही न्यूजीलैंड कोरोना का एक मामला सामने आते ही सचेत हो गया हो, लेकिन वैक्सीनेशन की धीमी रफ्तार बड़ा खतरा साबित हो सकती है। वहीं न्यूजीलैंड ऐसा देश है जहां सबसे पहले लॉकडाउन खोला गया था।
आपको बता दें कि लॉकडाउन में सभी स्कूल, सार्वजनिक स्थल और अधिकांश व्यवसाय बंद रहेंगे। लोगों को घर से काम करने की सलाह दी गई है। बाहर निकलने की आवश्यकता होने पर फेस मास्क का इस्तेमाल करने की अपील की गई है। न्यूजीलैंड ने बड़े पैमाने पर वायरस पर नियंत्रण किया है। यही कारण है कि उसकी अर्थव्यवस्था महामारी के दौरान जल्दी ठीक हो गई है। हालांकि टीकाकरण की धीमी रफ्तार ने इसे एक और प्रकोप की चपेट में छोड़ दिया है।