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जब बिना पैंट पहने ट्रेन में नजर आए लंदन के लोग, जानिए- आखिर क्यों हुआ ऐसा?
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लंदन में रविवार को सबवे और ट्यूब के अंदर का नजारा थोड़ा बदला हुआ था। बड़ी संख्या में महिलाएं और पुरुष बिना पैंट पहने ट्यूब में सवार नजर आ रहे थे। इन लोगों बाकी कपड़े और जूते तो रोज की तरह ही पहन रखे थे, लेकिन ट्राउजर नहीं पहनी थी। असल में यह लोग नो ट्राउजर्स डे को सेलिब्रेट कर रहे थे। यह लगातार 12वां सालाना नो ट्राउजर्स ट्यूब राइड इवेंट था। इस इवेंट को यहां पर स्टिफ अपर लिप सोसायटी ने ऑर्गनाइज किया था। गौरतलब है कि इस इवेंट की शुरुआत साल 2002 में न्यूयॉर्क से हुई थी, जिसे नो पैंट्स सबवे नाम दिया गया था। बाद में इसे दुनिया के अन्य हिस्सों में भी मनाया जाने लगा।
कोई खास मकसद नहीं
सबसे दिलचस्प बात यह है कि इस इवेंट का कोई खास मकसद भी नहीं है। इसे सिर्फ मौज-मस्ती के लिए ही आयोजित किया जा रहा है। इसमें ट्रेन की सवारी के वक्त पैंट नहीं पहनना होता है। एक रिपोर्ट के मुताबिक इसमें हिस्सा लेने वालों को ऐसा जाहिर करना होता है, मानों वह अपनी ट्राउजर घर भूलकर आ गए हों। इसको लेकर सोशल मीडिया पर लोगों की अलग-अलग प्रतिक्रिया सामने आ रही है। एक यूजर ने लिखा है आज मुझे बर्लिन के दिन याद आ गए जब मैंने पहली बार ऐसा कुछ देखा था। कड़ाके की ठंड में लोगों का झुंड केवल अंडरवियर पहने हुए ट्रेन में सवार हो रहा था।
सोशल मीडिया पर तस्वीरें
वहीं सोशल मीडिया 'नो ट्राउजर्स डे' की तस्वीरों से भरा पड़ा है। वहीं, कमेंट करने वाले भी इस पर खूब रिएक्शन दे रहे हैं। एक यूजर लिखा कि मुझे पता है कि कोरोना के वक्त लोगों ने हाफपैंट और अंडरवियर पहनकर जूम कॉल्स अटेंड कीं। लेकिन मुझे नहीं पता था कि न्यू नॉर्मल में ऐसा कुछ होगा। एक अन्य यूजर ने लिखा कि मुझे आज पता चला कि नो ट्राउजर्स डे जैसा भी कुछ होता है।