- होम
- राष्ट्रीय+
- वीडियो
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- Shopping
- शिक्षा
- स्वास्थ्य
- आजीविका
- विविध+
13 देशों तक पहुंचा ओमीक्रॉन, WHO ने दी चेतावनी, कहा- डेल्टा वेरिएंट से बहुत ज्यादा खतरनाक है नया वेरिएंट
दक्षिण अफ्रीका में पाए गए ओमिक्रॉन वेरिएंट के तेजी से पैर पसारने का खतरा पूरे विश्व में मंडरा रहा है और इसके चलते भारत जैसे देशों में बड़ा संकट पैदा हो सकता है. कोरोना का नया वेरिएंट ओमिक्रोन 13 देशों में पहुंच चुका है. यह स्थिति तब है, जब ज्यादातर देश ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए ट्रैवल बैन लागू कर चुके हैं. उधर, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने भी इसे लेकर चेतावनी देते हुए कहा है कि इसका रिस्क बहुत हाई है और कुछ इलाकों में यह बेहद खतरनाक साबित हो सकता है.
डब्ल्यूएचओ ने चेतावनी दी है कि नया वेरिएंट दुनिया के लिए बड़ा खतरा बन सकता है. कोरोना का नया वेरिएंट ओमिक्रोन ब्रिटेन, आस्ट्रेलिया, जर्मनी, इटली, बेल्जियम, इजरायल, हांगकांग, , नीदरलैंड, डेनमार्क, बेल्जियम, चेक रिपब्लिक, पुर्तगाल और कनाडा तक पहुंच गया है.
ओमीक्रॉन के तेजी से फैलने की संभावना ज्यादा
संगठन (WHO) ने इसको लेकर कहा कि दुनियाभर में इसके और फैलने की आशंका अधिक है. अगर इस वेरिएंट के चलते कोरोना संक्रमण तेज हुआ, तो इसके नतीजे खतरनाक होंगे.डब्ल्यूएचओ ने यह भी कहा कि अभी तक इस वेरिएंट से एक भी मौत की पुष्टि नहीं हुई है. अभी तक यह भी साफ नहीं हुआ है कि ये वेरिएंट कितना संक्रामक और घातक है.
संयुक्त राष्ट्र की संस्था ने अपने 194 सदस्य देशों को दी सलाह में कहा कि वे वैक्सीनेशन के अभियान को तेज रखें. डब्ल्यूएचओ ने कहा कि ओमिक्रॉन के बहुत ज्यादा म्यूटेंट्स हैं. इनमें से कुछ ऐसे हैं, जो बड़ा विस्फोट कर सकते हैं. हालांकि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि ओमिक्रॉन के वैक्सीन से मिली इम्युनिटी को भी मात देने की आशंका को लेकर जांच करनी होगी.
हर दिन मिल सकते हैं 10,000 तक नए केस
डब्ल्यूएचओ ने कहा कि अगले कुछ सप्ताह में इस बारे में और डाटा सामने आएगा, इससे तस्वीर ज्यादा सही सामने आएगी. इस बीच महामारी विज्ञानियों का अनुमान है कि इस सप्ताह के अंत तक द.अफ्रीका में ओमिक्रॉन वेरिएंट के चलते हर दिन 10,000 तक नए केस मिल सकते हैं. दक्षिण अफ्रीका की आबादी को देखते हुए यह बड़ा आंकड़ा है.
दक्षिण अफ्रीका के एक्सपर्ट डा. सलीम अब्दुल करीम ने कहा कि हमारा अनुमान है कि इस सप्ताह के अंत तक हम दर दिन 10,000 के करीब केसों तक पहुंच सकते हैं. बता दें कि ओमिक्रॉन वेरिएंट का पहला केस बोत्सवाना में मिला था. दक्षिण अफ्रीका में पहली बार इसकी सीक्वेंसिग की गई.
ओमिक्रॉन की वजह से फिर पाबंदियों के दिन लौट आए हैं, कोई देश अफ्रीकी देशों पर यात्रा प्रतिबंध लगा रहा है, तो कोई अपनी सीमाओं को सील कर रहा है. हालांकि, दक्षिण अफ्रीका कई देशों द्वारा बैन किए जाने से नाराज है. अब डब्ल्यूएचओ ने भी दक्षिण अफ्रीका का साथ दिया है और अफ्रीकी देशों को बैन करने वाले देशों की कड़ी आलोचना कर उन्हें फटकार लगाई है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दुनिया भर के देशों से नए ओमिक्रॉन वेरिएंट को लेकर चिंताओं के कारण दक्षिणी अफ्रीकी देशों पर उड़ान प्रतिबंध नहीं लगाने को कहा है.