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Pakistan थोड़े दिनों पहले मदद लेने को नहीं था तैयार, अब मच्छरदानी को हुआ मोहताज

Shiv Kumar Mishra
22 Sept 2022 4:00 PM IST
Pakistan, ready , days ago, पाकिस्तान , पाकिस्तान हिंदी न्यूज
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Pakistan Suffering from Some Problems these Days: पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान इन दिनों बाढ़ का तो सामना कर ही रहा है साथ ही उसके सामने एक और नई चुनौती है. इस नई मुसीबत ने पाकिस्तान में एक हजार से अधिक लोगों की जान ले ली है. बता दें कि पाकिस्तान के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र मलेरिया जैसी बीमारियों के खतरे से जूझ रहे हैं. एक वरिष्ठ पाकिस्तानी पत्रकार के ट्वीट के अनुसार, देश अब अपने पड़ोसी देश भारत से 71 लाख मच्छरदानी आयात करने पर विचार कर रहा है.

मच्छरदानी खरीदने पर विचार कर रहा पाकिस्तान

वरिष्ठ पत्रकार गुलाम अब्बास शाह का दावा है कि पाकिस्तान का स्वास्थ्य मंत्रालय आयात के लिए अनुमति मांग रहा है. शाह ने ट्वीट किया, 'पाकिस्तान में मलेरिया फैलने के बाद स्वास्थ्य मंत्रालय ने पाकिस्तान सरकार से भारत से मच्छरदानी खरीदने की अनुमति मांगी. पाकिस्तान के 26 जिलों में 71 लाख मच्छरदानी की तत्काल आवश्यकता है.

गंभीर संकट से जूझ रहा मुल्क

उन्होंने आगे दावा किया कि पिछले दो महीनों में, बाढ़ प्रभावित सिंध और बलूचिस्तान में दो लाख लोगों को मलेरिया हुआ है, जिनमें से 22 प्रतिशत मामले प्लास्मोडियम फाल्सीपेरम (Plasmodium Falciparum) प्रकार के हैं.

कैसी भी मांग को तैयार नहीं है पाक

गौरतलब है कि पाकिस्तानी अधिकारियों ने भारत से राहत आपूर्ति से इनकार कर दिया था, जिसके साथ उसके पड़ोसी देश के तनावपूर्ण संबंध हैं, बावजूद इसके कि वह अंतरराष्ट्रीय सहायता के लिए देश के अनुरोध पर चल रहा है. एक रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्र ने बांग्लादेश से सहायता से इनकार कर दिया, यह दावा करते हुए कि यह कदम पाकिस्तान की 'वैश्विक छवि' को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है.

लगातार खराब हो रहे हालात

रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारियों ने बुधवार को कहा कि पाकिस्तान के कई बाढ़ प्रभावित जिलों में त्वचा रोगों, दस्त और मलेरिया से 324 लोगों की मौत हुई है. उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि यदि आवश्यक राहत नहीं पहुंची तो स्थिति नियंत्रण से बाहर हो सकती है. दक्षिणी सिंध प्रांतीय सरकार ने कहा कि बाढ़ वाले क्षेत्रों में अस्थायी चिकित्सा सुविधाओं और मोबाइल क्लीनिकों ने पिछले 24 घंटों में 78,000 से अधिक और 1 जुलाई से 20 लाख से अधिक रोगियों का इलाज किया है.

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