राष्ट्रीय

सुषमा स्वराज के लिए पाकिस्तान से आया खत, कहा-न तोड़ा जाए सीजफायर

Ekta singh
5 Dec 2017 9:45 AM GMT
सुषमा स्वराज के लिए पाकिस्तान से आया खत, कहा-न तोड़ा जाए सीजफायर
x
भारत पर एलओसी और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सीजफायर उल्लंघन का आरोप लगाते हुए इसे बंद करने की गुजारिश की है.
नई दिल्ली: सीजफायर का लगातार उल्लंघन करने वाला पाकिस्तान उलटा भारत पर ही इल्जाम लगाया है. पाकिस्तान का कहना है कि वो नहीं बल्कि भारत की तरफ से सीजफायर का उल्लंघन किया जाता है.
पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ ने अपनी भारतीय समकक्ष सुषमा स्वराज को पत्र लिखा है और भारत पर एलओसी और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सीजफायर उल्लंघन का आरोप लगाते हुए इसे बंद करने की गुजारिश की है. यह पत्र पिछले महीने सुषमा स्वराज को मिला था.
विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ ने अपने इस पत्र में लिखा है कि अब समय आ चुका है दोनों देश सीजफायर का उल्लंघन बंद करें क्योंकि इसमें बड़ी संख्या में निर्दोष नागरिकों की जान जा रही है.
आसिफ ने अपने पत्र में यह आरोप भी लगाया कि भारतीय जवान फायरिंग कर पहले 'उकसाते' हैं जिसका पाकिस्तानी फौज केवल जवाब देती है. पाकिस्तान का दावा है कि इस साल भारत के जवानों ने कथित तौर पर 1,300 बार सीजफायर का उल्लंघन किया है जिसमें उसके 52 नागरिकों की मौत हुई है.
हालांकि, विदेश मंत्री ने अभी इस पत्र का पाकिस्तान को कोई जवाब नहीं दिया है लेकिन मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान का यह आरोप स्वीकार्य नहीं है.
साल 2017 में सरकारी आंकड़ों के मुताबिक पाकिस्तानी फौज द्वारा सीजफायर उल्लंघन के मामलों में उल्लेखनीय बढ़ोतरी देखी गई है. गृह मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, इस साल अक्टूबर तक पाकिस्तान ने इंटरनैशनल बॉर्डर और एलओसी पर 724 बार सीजफायर का उल्लंघन किया है जबकि पिछले पूरे साल में यह संख्या केवल 449 थी.
अक्टूबर तक पाकिस्तान की फायरिंग में 12 नागरिकों और 17 भारतीय जवानों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा. वहीं पत्र पर भारतीय अधिकारियों का कहना है कि इससे दोनों देशों के संबंधों के बीच अब कोई सुधार नहीं होगा क्योंकि मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद की रिहाई से उनके बीच और दूरी आ गई है.
इसका ताजा उदाहरण रूस के सोची में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सम्मेलन में देखने को मिला, जहां सुषमा स्वराज और पाक प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी दोनों ने शिरकत की थी लेकिन दोनों ही ओर से औपचारिक मुलाकात की भी कोई पहल नहीं की गई.

Next Story