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Russia-Ukraine War: युरूस-यूक्रेन के युद्ध के 24 घंटे बाद हर तरफ मची तबाही, देखिए- कैसे हैं हालात, 137 लोगों की मौत, जानिए 10 बड़ी बातें

Arun Mishra
25 Feb 2022 11:04 AM IST
Russia-Ukraine War: युरूस-यूक्रेन के युद्ध के 24 घंटे बाद हर तरफ मची तबाही,  देखिए- कैसे हैं हालात, 137 लोगों की मौत, जानिए 10 बड़ी बातें
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रूस ने यूक्रेन पर जमीन, समुद्र और हवा से हमला (Russia Attack Ukraine) किया.

रूस ने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Russian President Vladimir Putin) के आदेश पर दक्षिण के अपने पड़ोसी देश यूक्रेन पर बड़े स्तर पर हमला करना शुरू कर दिया है. युद्ध के पहले दिन गुरुवार को यूक्रेन की सेना तीन मोर्चों पर रूसी आक्रमणकारियों से लड़ती रही. ये लड़ाई इसलिए इतनी घातक है क्योंकि दूसरे विश्व युद्ध (Second World War) के बाद कोई इतना बड़ा हमला हो रहा है. रूस ने इस देश पर जमीन, समुद्र और हवा से हमला (Russia Attack Ukraine) किया. रिपोर्ट्स के मुताबिक रूस यूक्रेन के सारे बुनियादी ढांचों को निशाना बना रहा है. रूसी सेना जहां से भी संभव हो रहा है, वहीं से यूक्रेन में घुस रही है.

यहां जानिए इस युद्ध से जुड़ी 10 बड़ी बातें.

एएफपी के अनुसार, यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेंस्की का कहना है कि युद्ध के पहले दिन 137 मौत हुई हैं. उन्होंने कहा कि यूक्रेन को रूस से लड़ने के लिए 'अकेला छोड़' दिया गया है. जेलेंस्की ने ट्विटर पर कहा, 'रूस बुराई की राह पर चल पड़ा है, लेकिन यूक्रेन अपना बचाव कर रहा है और अपनी स्वतंत्रता नहीं छोड़ेगा. 137 "हीरो", जिनमें 10 सैन्य अधिकारी शामिल थे, मारे गए हैं और 316 लोग घायल हुए हैं.'

रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि यूक्रेन पर आक्रमण के पहले दिन सभी लक्ष्यों को हासिल कर लिया गया है. साथ ही रूस ने यूक्रेन में जमीन पर यानी लैंड-बेस्ड 83 लक्ष्यों को निशाना बनाकर उन्हें नष्ट कर दिया है. वहीं यूक्रेन की पुलिस ने कहा कि रूस ने लड़ाई की शुरुआत से अब तक 203 हमले किए हैं.

पहले दिन रूस ने यूक्रेन पर जमकर मिसाइल बरसाईं. यूक्रेन ने बताया कि उत्तरी और पूर्वी हिस्से में रूस और बेलारूस के साथ लगने वाली सीमाओं के उस पार सैनिकों की मौजूदगी है. वो दक्षिण-पश्चिम में काला सागर और दक्षिण-पूर्व में आजोव सागर के तटों पर भी उतरे हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार देर रात रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात की है. उन्होंने 'हिंसा को तत्काल समाप्त करने' की अपील की. भारत सरकार ने देश में फंसे भारतीयों को निकालने के प्रयास भी तेज कर दिए हैं.

रात होने तक जमीन पर हो रही लड़ाई की तस्वीर धुंधली होती गई. समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने बताया कि पूर्वोत्तर में सुमी और खार्किव और दक्षिण में खेरसॉन और ओडेसा के क्षेत्रों में भीषण लड़ाई हो रही है.

यूक्रेन के राष्ट्रपति कार्यालय के एक सलाहकार ने कहा कि रूस की सेना ने राजधानी से सिर्फ 90 किलोमीटर उत्तर में मौजूद चेरनोबिल परमाणु ऊर्जा संयंत्र और कीव में होस्टोमेल हवाई अड्डे पर कब्जा कर लिया है, जहां पहले पैराट्रूपर्स उतरे थे. राष्ट्रपति वलोदिमिर जेलेंस्की ने नागरिकों से अपने देश की रक्षा करने का आह्वान किया और कहा कि लड़ने के लिए तैयार किसी भी शख्स को हथियार दिए जाएंगे.

राष्ट्रपति पुतिन ने गुरुवार (24 फरवरी) तड़के पूर्वी यूक्रेन के डोनबास इलाके में 'सैन्य कार्रवाई' की घोषणा की. कीव में लाखों लोगों ने इसके बाद विस्फोटों और गोलियों की आवाज सुनीं. चारों तरफ अफरा तफरी मच गई. लोग अपने घरों को छोड़कर भागने लगे. इससे हाईवे पर यातायात प्रभावित हुआ. पुतिन ने मॉस्को में कारोबारियों से कहा कि उनके पास हमले की घोषणा करने के अलावा 'कोई विकल्प नहीं' था.

रिपोर्ट्स के मुताबिक रूस की बमबारी में यूक्रेन के आम नागरिकों और सीमा की रक्षा करने वाले बॉर्डर गार्ड की मौत हुई है. दक्षिणी ओडेसा क्षेत्र के अधिकारियों ने कहा कि मिसाइल हमले में 18 लोग मारे गए हैं. अधिकारियों ने बताया कि कीव के निकट ब्रोवरी टाउन में कम से कम छह लोगों की मौत हो गई है. वहीं यूक्रेन में एक विमान को मार गिराने से पांच लोगों के मारे जाने की खबर है.

यूक्रेन की सेना ने कहा कि उसने खार्किव के पास चार रूसी टैंकों को नष्ट कर दिया है, लुहान्स्क क्षेत्र के एक शहर के पास 50 सैनिकों को मारा है और पूर्व में छह रूसी युद्धक विमानों को मार गिराया है. जबकि रूस ने इन खबरों को खारिज किया कि उसके विमान या बख्तरबंद वाहन नष्ट कर दिए गए हैं. रूस समर्थित अलगाववादियों ने यूक्रेन के दो विमानों को मार गिराने का दावा किया है.

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रूसी कार्रवाई को 'अकारण और अनुचित हमला' कहा और "मजबूत प्रतिबंधों" और निर्यात प्रतिबंधों की घोषणा की. बाइडेन ने यूक्रेन की रक्षा के लिए अमेरिकी सैनिकों को भेजने से इनकार किया है. लेकिन वाशिंगटन ने अतिरिक्त सैनिकों और विमानों के साथ इस क्षेत्र में अपने नाटो सहयोगियों को मजबूत किया है.

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