- होम
- राष्ट्रीय+
- वीडियो
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- शिक्षा
- स्वास्थ्य
- आजीविका
- विविध+
शेख मुजीबुर्ररहमान के हत्यारे कैप्टन को हुई फांसी
बांग्लादेश के राष्ट्रपिता कहे जाने वाले बंगबंधु शेख मुजीबुर्ररहमान की परिवार के कई सदस्यों के साथ 15 अगस्त 1975 को हत्या कर दी गई थी. इस मामले में कोर्ट ने सेना के 12 अधिकारियों को दोषी करार दिया था. कोर्ट ने सभी को फांसी की सजा सुनाई थी. इनमें से पांच को साल 2010 में फांसी दे दी गई थी. वहीं, अब एक अन्य को भी फांसी दे दी गई है.
बंगबंधु की हत्या के मामले में सजायाफ्ता सेना के बर्खास्त कैप्टन अब्दुल माजिद को रविवार की आधी रात 12.01 बजे फांसी पर लटका दिया गया. माजिद को केरानीगंज स्थित ढाका सेंट्रल जेल में फांसी दी गई. यह जानकारी जेलर महबूबुल इस्लाम ने मीडिया को दी. उन्होंने बताया कि जिस समय फांसी दी गई, आईजी जेल ब्रिगेडियर जनरल एकेएम मुस्तफा कमाल पाशा और ढाका के सिविल सर्जन के साथ ही जिलाधिकारी भी मौजूद रहे.
इस संबंध में जेल सूत्रों ने बताया कि दफनाने के लिए माजिद का शव उसके गांव भोला भेजा जाएगा. बताया जाता है कि इससे पहले शनिवार की रात को परिवार के सदस्यों ने जेल में माजिद से मुलाकात की. माजिद से मुलाकात करने वालों में उसकी पत्नी सालेहा, एक बहनोई और एक चाचा के साथ ही परिवार के पांच सदस्य शामिल थे. वे रात के समय जेल पहुंचे. परिजनों से माजिद की अंतिम मुलाकात लगभग 25 मिनट तक चली.
गौरतलब है कि राष्ट्रपति अब्दुल हमीद ने 8 अप्रैल को माजिद की दया याचिका खारिज कर दी थी. उसी दिन ढाका के जिला और सत्र न्यायाधीश ने माजिद को फांसी देने के लिए डेथ वॉरंट जारी कर दिया था. इससे पहले 7 अप्रैल को ही काउंटर टेररिज्म एंड ट्रांसनेशनल क्राइम (CTTC) यूनिट की एक टीम ने मीरपुर इलाके से माजिद को गिरफ्तार किया था. बता दें कि शेख मुजीबुर्र रहमान बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के पिता थे. वह बांग्लादेश के पहले प्रधानमंत्री भी रहे.