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Sri Lanka Crisis: श्रीलंका में शांति बनाने के लिए क्या भारत भेजेगा सेना? देखिए विदेश मंत्रालय का जवाब

Desk Editor Special Coverage
11 July 2022 12:24 PM IST
Sri Lanka Crisis: श्रीलंका में शांति बनाने के लिए क्या भारत भेजेगा सेना? देखिए विदेश मंत्रालय का जवाब
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प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति भवन और प्रधानमंत्री आवास पर कब्जा कर लिया है. लोगों के गुस्से से बचने के लिए सभी जनप्रतिनिधि फरार हो चुके हैं. देश अब भीड़तंत्र के हाथ में है. राष्ट्रपति भवन और प्रधानमंत्री आवास में प्रदर्शनकारियों की हुड़दंगी के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं.

श्रीलंका (Sri Lanka Crisis) के हालात दिन-ब-दिन और बदतर होते जा रहे हैं. पूरी तरह से कंगाल हो चुके देश में पड़ोसी देश की जनता सड़कों पर हिंसक प्रदर्शन करने में लगी है. प्रदर्शनकारियों ने लोकतंत्र की धज्जियां उड़ा दी हैं. प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति भवन और प्रधानमंत्री आवास पर कब्जा कर लिया है. लोगों के गुस्से से बचने के लिए सभी जनप्रतिनिधि फरार हो चुके हैं. देश अब भीड़तंत्र के हाथ में है. राष्ट्रपति भवन और प्रधानमंत्री आवास में प्रदर्शनकारियों की हुड़दंगी के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. ऐसे हालातों में अटकलें लगाई जा रही हैं कि भारत अपनी सेना को भेजकर श्रीलंका में लोकतंत्र को फिर से स्थापित कराएगा.

राष्ट्रपति आवास पर प्रदर्शनकारियों का कब्जा

बता दें कि श्रीलंका अपने सबसे बड़े आर्थिक संकट से जूझ रहा है. शुक्रवार को श्री लंका के राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे देश छोड़कर भाग खड़े हुए. शनिवार को सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति आवास पर कब्जा कर लिया है. यहीं नहीं कई जगह हिंसा की खबर सामने आई है. दूसरी तरफ प्रधानमंत्री आवास को भी आग के हवाले कर दिया गया है.

भारत देगा 3.8 बिलियन डॉलर की मदद

श्रीलंका के हालातों पर भारत नजर बनाए हुए है. भारत ने अपना पड़ोसी धर्म निभाते हुए श्रीलंका को मद्द देने का एलान किया है. श्रीलंका को मौजूदा हालातों से निपटने के लिए भारत ने 3.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया है. इस बात की घोषणा भारतीय विदेश मंत्रालय ने की है. भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि भारत ऐसी मुसीबत की स्थिति में श्रीलंका के लोगों के साथ खड़ा है.

श्रीलंका के हालातों पर भारत की नजर

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत सरकार हमेशा से श्रीलंका का समर्थन करती रही है. वह आर्थिक संकट का सामना कर रहे अपने पड़ोसी देश की हरसंभव मदद करने की कोशिश कर रही है. जयशंकर ने श्रीलंका की मौजूदा स्थिति के परिणामस्वरूप शरणार्थी संकट की आशंका से भी इनकार किया. उन्होंने कहा कि हम श्रीलंका का हमेशा से समर्थन करते रहे हैं. इस वक्त हमें इंतजार करना होगा और देखना होगा कि वे क्या करते हैं?

क्या श्रीलंका में भारत भेजेगा अपनी सेना?

पड़ोसी देश में ऐसा संकट आने पर सबसे बड़ा सवाल है कि क्या भारत श्रीलंका में शांति-व्यवस्था बनाए रखने के लिए दखल देगा? ये सवाल इसलिए उठ रहा है कि क्योंकि श्रीलंका में शांति-व्यवस्था कायम रखने के लिए भारत आज से करीब 35 साल पहले भी अपनी सेना भेज चुका है. साल 1987 में भारतीय सेना ने श्रीलंका में ऑपरेशन पवन शुरू किया था. भारत की शांति सेना ने श्रीलंका में अपने मिशन को पूरा कर वापस लौट आई थी. हालांकि इस समय भारत का ऐसा कोई इरादा नहीं है. भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने स्पष्ट रूप से कहा कि भारत ऐसा नहीं सोच रहा है.

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