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Tablighi Jamaat: घर से निकले थे इस्लाम का प्रचार करने लेकिन पूरे एशिया में फैला दिया कोरोना!
नई दिल्ली/इस्लामाबाद: इस्लामिक प्रचारक तबलीगी जमात के सदस्यों को कई एशियाई देशों में कोरोना वायरस महामारी प्रतिबंध के बीच बड़ी धार्मिक सभाओं में हिस्सा लेकर प्रचार करते पाया गया है, जहां सैकड़ों लोग संक्रमित हुए हैं. इस समुदाय की यह लापरवाही कई देशों के लोगों पर भारी पड़ती दिख रही है.
देशहित में आज के बड़े सवाल
तबलीगी जमात ने किया दिल्ली का लॉकडाउन फेल?
दिल्ली को इटली बनाने की तबलीगी जमात की साज़िश?
जमात की एक ग़लती से सामुदायिक संक्रमण का ख़तरा बढ़ा?
135करोड़ नागरिकों के संकल्प से जमात ने खिलवाड़ किया?
दिल्ली में तबलीगी जमात के आयोजक को सज़ा कब?
हर साल फरवरी और मार्च में दुनिया भर के दस लाख से अधिक इस्लामिक उपदेशक दक्षिण एशियाई और दक्षिण पूर्व एशियाई देशों में इस्लामिक प्रचार-प्रसार से संबंधित कार्यक्रमों के लिए आते हैं. चीन के हुबेई प्रांत के वुहान शहर से दिसंबर में नोवेल कोरोनावायरस की शुरुआत होने के बाद इसके संक्रमण को रोकने के लिए कई देशों ने यात्रा प्रतिबंध लगाए. हालांकि इस्लामाबाद के सूत्रों ने कहा कि तबलीगी जमात अपने पूर्व नियोजित समारोहों के साथ आगे बढ़ा.
पाकिस्तानी मीडिया ने सोमवार को बताया कि हैदराबाद व सिंध में जमात के सदस्यों के बीच वायरस संबंधी सामुदायिक प्रसार के 36 मामलों का पता चला. कोरोनावायरस से हुई कम से कम दो मौतों को सीधे तौर पर जमात की रायविंड में हुई सभा से जोड़कर देखा गया है.
ये मामले नूर मस्जिद से रिपोर्ट किए गए थे, जहां शुरू में लगभग 200 जमात सदस्यों को एकांतवास में रखा गया. इस समूह के 19 वर्षीय चीनी मूल के सदस्य के 27 मार्च को कोविड-19 पॉजिटिव पाए जाने के बाद सिंध में जमात के दूसरे सबसे बड़े केंद्र नूर मस्जिद को बंद कर दिया गया था.
पाकिस्तान मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, वे स्वात से रायविंड पहुंचे थे और फिर इस्लामिक समारोह के लिए हैदराबाद की नूर मस्जिद गए थे. वहां से वे इस्लामी शिक्षाओं के प्रचार के लिए सेहरिश नगर गए और अब मक्की मस्जिद में हैं.
इस्लामाबाद के सूत्रों ने कहा कि फिलिस्तीन और किर्गिस्तान सहित लगभग 80 देशों के हजारों मुस्लिम प्रचारक सिंध में मार्च की शुरुआत में हुई तबलीगी जमात की सभा में शामिल हुए. सूत्रों ने कहा कि कोरोना के सैकड़ों मामले पॉजिटिव पाए जाने के बाद सरकार द्वारा इस समूह के कार्यक्रम को बंद कराया गया.