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पाकिस्तान में क्वारंटाइन सेंटर में मची अफ़रा-तफ़री

Shiv Kumar Mishra
21 March 2020 6:37 PM GMT
पाकिस्तान में क्वारंटाइन सेंटर में मची अफ़रा-तफ़री
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लाहौर हाई कोर्ट के बहावलपुर बेंच ने बहावलपुर में ताफ़तान से आने वाले तीर्थ यात्रियों के लिए क्वारंटाइन केंद्र बनाने के विरोध में डाली गई याचिका पर सुनवाई करते हुए फ़िलहाल काम रोकने का आदेश दिया है.

ईरान से ताफ़तान के रास्ते पाकिस्तान आने वाले यात्रियों को यहां 14 दिनों तक क्वारंटाइन में रखने के बाद उन्हें उनके प्रांतों में जाने की इजाज़त दी जा रही है. अपने-अपने प्रांतों में पहुँचने के बाद एक बार फिर से उन्हें वहां क्वारंटाइन में रखा जा रहा है. इसके लिए प्रांतीय सरकारों ने अलग-अलग शहरों में क्वारंटाइन केंद्र बना रखे हैं लेकिन इससे वहां के स्थानीय लोगों में ख़ासी नाराज़गी है.

पंजाब

पाकिस्तान स्थित पंजाब की सरकार ने बहावलपुर के साथ-साथ डीजी ख़ान और मुल्तान सिटी में ताफ़तान के रास्ते आने वाले यात्रियों के लिए क्वारंटाइन केंद्र बनाए हुए हैं. पंजाब सरकार ने फ़िलहाल 777 तीर्थ यात्रियों को डीजी ख़ान के कई क्वारंटाइन केंद्रों में रखा हुआ है. हालांकि बहावलपुर में पंजाब के 1177 तीर्थयात्रियों के क्वारंटाइन का बंदोबस्त किया हुआ है जिसे लेकर नागरिकों की तरफ़ से ऐतराज़ जताया गया है.

सोशल मीडिया पर वायरल हुए 15 मार्च के एक वीडियो में एक शख़्स प्रेस कांफ्रेस में कहता हुआ सुनाई दे रहा है, "पीटीआई के कार्यकर्ता के तौर पर लोग हमसे पूछ रहे हैं कि आख़िर सरकार क्या करने में लगी हुई है और दूसरी तरफ़ हमारे नेता फ़ोन नहीं उठा रहे हैं. अब सरकार हमें बताए कि हम कहां जाएं, किससे गुहार लगाएं? क्या पंजाब के मुख्यमंत्री के आदेश पर बहावलुपर को लोगों को अपनी आवाज़ बंद कर लेनी चाहिए. हम ऐसा नहीं होने देंगे. हम कल हाई कोर्ट के बाहर विरोध प्रदर्शन करेंगे. अगर हमारे विरोध-प्रदर्शन को गंभीरता से नहीं लिया गया तो इससे पैदा हुए खामियाज़े के लिए प्रशासन ज़िम्मेवार होगा."

इसके बाद बहावलपुर बार एसोसिएशन के प्रेसिडेंट राजा सुहैल की ओर से हाई कोर्ट में याचिक दायर की गई. इसमें नागरिकों की सुरक्षा और आधी-अधूरी सरकारी इंतेजाम को लेकर सवाल खड़े किए गए.

बीबीसी को राजा सुहैल ने बताया कि प्रशासन ने बहावलपुर में छह होस्टलों को खाली करवाया है ताकि आने वाले तीर्थ यात्रियों को क्वारंटाइन में रखा जा सके. इन छह में से चार लड़कियों के होस्टल हैं और दो लड़कों के. शहर के लोग इस बात को लेकर परेशान हैं कि शहर में कोरोना क्वारंटाइन केंद्र बनाने से शहर में यह महामारी फैल सकती है.

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