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तुर्की राष्ट्रपति की अमेरिका पर सख्त टिप्पणी, ईरान और रूस को भी घेरा
तुर्की राष्ट्रपति ने अमेरिका पर सख्त टिप्प्णी करते हुए ईरान और रूस को सीरिया में अपने रुख को साफ करने का कहा है। तुर्की के राष्ट्रपति रजब तय्यब अर्दोग़ान ने कहा है कि सीरिया आतंकवादियों का घोसला और शरणस्थल बन गया है और ईरान और रूस को चाहिये कि वे अपना दृष्टिकोण स्पष्ट करें। एक समाचार एजेन्सी तसनीम की रिपोर्ट के अनुसार रजब तय्य अर्दोग़ान ने सरकारी टीवी पर भाषण देते हुए कहा कि सीरिया आतंकवादियों के गढ़ बन चुका है। और दो देश रूस और ईरान को चाहिये कि वे इस संबंध में अपना दृष्टिकोण स्पष्ट करें। तुर्की के राष्ट्रपति ने इराक के दहूक में हमला जारी रखने की ओर संकेत किया और कहा कि पीकेके ने अपना वास्तविक चेहरा दिखा दिया है। इसी प्रकार उन्होंने कहा कि अमेरिका ने कुर्द इकाई YPG के साथ मिलकर जो कुआं खोदा है वह उसी में गिरेगा। रजब तय्यब अर्दोग़ान ने कहा कि फोरात के पूर्व में स्थिति सही नहीं है और अमेरिका को चाहिये कि वह इस क्षेत्र से निकल जाये।
इसी प्रकार रजब तय्यब अर्दोग़ान ने स्वीडन और फीनलैंड द्वारा नाटो की सदस्यता ग्रहण करने के बारे में कहा कि जब तक यह दोनों देश तुर्की के खिलाफ आतंकवादी गुटों की कार्यवाहियों की दिशा में बाधा नहीं बनेंगे तब तक उन्हें इस बात की अपेक्षा नहीं रखनी चाहिये कि अंकारा नाटो में उनकी सदस्यता के प्रति सहमति जतायेगा। रजब तय्यब अर्दोग़ान ने यूक्रेन से अनाज के स्थानांतरण के बारे में होने वाले समझौते के बारे में कहा कि हमारी सबसे अपेक्षा है कि वे अपने वचनों के प्रति कटिबद्ध रहें और अपनी ज़िम्मेदारियों का पालन करें क्योंकि इस समझौते के विफल हो जाने से हम सबको नुकसान पहुंचेगा।