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आयरलैंड में 18 भारतीय भाषाओं की भागीदारी के साथ विश्व हिंदी दिवस समारोह का हुआ आयोजन
शशांक मिश्रा:-
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के एक भारत, श्रेष्ठ भारत के सन्देश से प्रेरित होकर, भारतीय दूतावास, डबलिन और आयरलैंड में भारतीय समुदाय ने 18 भारतीय भाषाओं (बंगाली, गुजराती, हिंदी, कन्नड़, कश्मीरी, कॉकणी मैथिली, मलयालम, मराठी, नेपाली, उड़िया, पंजाबी, संस्कृत, संथाली, सिंधी, तमिल, तेलुगु और उर्दू) की भागीदारी के साथ एक बहुभाषी साहित्यिक कार्यक्रम से विश्व हिंदी दिवस मनाया। इस कार्यक्रम में लोगों ने हिंदी अनुवाद के साथ अपनी मूल भाषा में कविताएं सुनाई।
यह अपनी तरह का पहला आयोजन था, जिसमें आयरलैंड में भारतीय समुदाय की क्षेत्रीय और भाषाई विविधता की सर्वाधिक व्यापक भागीदारी थी। समुदाय में जबरदस्त उत्साह विशेष रूप से उत्साहवर्धक था क्योंकि सभी गैर-हिंदी भाषियों ने हिंदी बोलने और अपनी-अपनी भाषाई विरासत के बारे में हिंदी में बोलने का उत्साह पूर्वक प्रयास किया।
आयोजन को सफल बनाने में भारतीय समुदाय के के जबरदस्त समर्थन की सराहना करते हुए, राजदूत अखिलेश मिश्र ने देश की सांस्कृतिक और भाषाई विविधता में एकता की भावना सुद्ध करने और क्षेत्रीय आदान-प्रदान बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी के अथक प्रयासों की चर्चा की और काशी-तमिल संगम की पहल का उल्लेख किया।
उन्होंने कहा कि सभी भारतीय भाषाओं के सामने मुख्य चुनौती बोलने वालों की संख्या बढ़ाने से संबंधित नहीं है, बल्कि भारतीय भाषाओं के माध्यम से जनता की क्रियात्मक क्षमता की वृद्धि और उनका आर्थिक सशक्तीकरण है। इसमें सबसे बड़ी बाधा अंग्रेजी-शिक्षित वर्ग के समक्ष स्थानीय भाषाओं के उपयोगकर्ताओं में हीन भावना है।
इस संदर्भ में, उन्होंने कहा प्रधानमंत्री मोदी हिंदी, तमिल, संस्कृत और अन्य भारतीय भाषाओं को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों से बड़े गर्व के साथ बोलते हैं, जिससे भारतीय भाषाओं की गरिमा और लोकप्रियता की विश्व भर में वृद्धि हुई !