जम्मू कश्मीर

आर्टिकल 370 ख़तम होने के बाद पहली बार कारगिल में चुनाव, जानिए अधिकारियों ने क्या कहा

Sonali kesarwani
4 Oct 2023 12:54 PM IST
आर्टिकल 370 ख़तम होने के बाद पहली बार कारगिल में चुनाव, जानिए अधिकारियों ने क्या कहा
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जम्मू-कश्मीर में धारा 370 के निरस्त होने के बाद पहली बार लद्दाख स्वायत्त पहाड़ी विकास परिषद की कारगिल विंग में चुनाव होने जा रहे हैं।

जम्मू-कश्मीर में साल 2019 में आर्टिकल 370 के हटन के बाद पहली घाटी में चुनाव हो रहे है। लद्दाख स्वायत्त पहाड़ी विकास परिषद (LAHDC) की कारगिल विंग में आज वोटिंग की जा रही है। चुनाव के लिए सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की गई है। सुबह 8 बजे मतदान शुरू हो गए। दोपहर 2 बजे तक वोट डाले जाएंगे। 30 सदस्यीय पहाड़ी परिषद की 26 सीटों पर 95,388 मतदाता 85 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। इस इलेक्शन से आगामी लोकसभा चुनाव के मूड का भी अंदाजा लगाएंगे। कारगिल को मुख्य रूप से बीजेपी, कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस के बीच लड़ाई के रूप में देखा जा रहा है। 30 सदस्यीय पहाड़ी परिषद की 26 सीटों पर 95,388 मतदाता 85 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे।

चुनाव अधिकारियों ने क्या कहा

चुनाव अधिकारियों के मुताबिक, जिले में बनाए जा रहे 278 मतदान केंद्रों में से 114 अतिसंवेदनशील और 99 संवेदनशील हैं। केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में चुनाव निष्पक्षता पूर्वक कराने को लेकर सुरक्षा के भी अहम इंतजाम किए गए। पुलिस के अलावा केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों की तैनाती की है। मतदान शांतिपूर्ण ढंग से हो इस बात का पूरा ख्याल रखा गया है।

85 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला

30 सदस्यीय पहाड़ी परिषद की 26 सीटों पर आज लगभग 95,388 मतदाता 85 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। इन 95 हजार मतदाताओं में महिला मतदाताओं की संख्या लगभग 45 हजार है। इन चुनाव में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने प्री पोल इलेक्शन किया है। दोनों पार्टी के लगभग 22 और 17 उम्मीदवारों को बीजेपी के मुकाबले उन सीटों पर उतारा है जहां उनका प्री-पोल इलेक्शन एलायंस की संभावना जताई जा रही है।

2018 में बीजेपी की सीट

बता दें कि अगस्त 2018 में हुए पिछले चुनाव में बीजेपी केवल 1 सीट जीत मिली थी। हालांकि, आर्टिकल 370 के निरस्त होने के बाद पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) के दो पार्षदों के भगवा खेमे में चले जाने के बाद इसकी संख्या बढ़कर 3 हो गई। इसके अलावा, 4 नामांकित सदस्यों को बीजेपी समर्थक माना जाता है।

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