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2010 बैच के टॉपर कश्मीरी IAS अधिकारी शाह फैसल ने इस वजह से दिया इस्तीफा
2010 की परीक्षा में टॉप करने वाले कश्मीरी IAS अधिकारी शाह फैसल ने सिविल सेवा छोड़ दी है और उनके राजनीति में आने की संभावना बन गई है। एक फेसबुक पोस्ट में अपने फैसले की घोषणा करते हुए कहा है कि वह कश्मीर में "हत्याओं" और "भारतीय मुसलमानों के हाशिए पर" लाने के खिलाफ विरोध करने के लिए अपनी सर्विस छोड रहे है।
वैसे कई रिपोर्टों को देखने से लगता है कि वह नेशनल कॉन्फ्रेंस में शामिल होंगे और कश्मीर से आगामी लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख उमर अब्दुल्ला के एक ट्वीट ने अटकलों पर लगाम लगाई। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने लिखा, "नौकरशाही का नुकसान राजनीति का लाभ है।
लेकिन अब्दुल्ला ने बाद में स्पष्ट किया कि "वास्तव में मैंने उनका स्वागत राजनेताओं की तरह किया। उनकी भविष्य की राजनीतिक योजनाएँ उनको खुद घोषणा करनी है। शाह फैसल ने कथित तौर पर सोमवार को राज्य सरकार को इस्तीफा दिया था। उनके फेसबुक पोस्ट को आज एक मजबूत संकेतक के रूप में देखा गया कि वह राजनीति में शामिल होने का इरादा रखते हैं।
To protest the unabated killings in Kashmir and absence of any credible political initiative from Union Government, I have decided to resign from IAS.
— Shah Faesal (@shahfaesal) January 9, 2019
Kashmiri lives matter.
I will be addressing a press-conference on Friday.
Attached is my detailed statement. pic.twitter.com/Dp41rFIzIg
शाह फैसल ने कहा कि "कश्मीर में निर्बाध हत्याओं के विरोध में और केंद्र सरकार की ओर से किसी भी ईमानदार पहुंच के अभाव के कारण, हिंदुत्ववादी ताकतों के हाथों लगभग 200 मिलियन भारतीय मुसलमानों का हाशिए पर जाना और उन्हें दूसरे दर्जे के नागरिकों को कम करना; जम्मू-कश्मीर राज्य की विशेष पहचान और अति-राष्ट्रवाद के नाम पर मुख्य भूमि भारत में असहिष्णुता और नफरत की बढ़ती संस्कृति, मैंने आईएएस से इस्तीफा देने का फैसला किया है।