Deoghar Ropeway Accident: 1500 फुट ऊंचा, भारत का सबसे ऊंचा रोप वे जहां जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे 48 लोग, दो की मौत
देवघर: झारखंड (Jharkhand) के देवघर (Deoghar) में रोपवे पर हादसा (Ropeway Accident) हो गया है, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई है. अभी भी 48 लोग फंसे हुए हैं. इंडियन एयरफोर्स (IAF) हवा में फंसे इन लोगों को बचाने की कोशिश में जुटी है. रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार चल रहा है. इसमें बिहार और झारखंड के लोग फंसे हुए हैं.
राज्य सरकार के विशेष अनुरोध पर इंडियन एयर फोर्स के हेलीकॉप्टर द्वारा फंसे यात्रियों के सकुशल वापसी होगी. हेलीकॉप्टर के माध्यम से सभी फंसे पर्यटकों को सकुशल ट्रॉली से नीचे उतारा जाएगा. प्राप्त जानकारी के अनुसार अभी भी 48 यात्री विभिन्न ट्रॉली में फंसे हुए हैं. घटना में एक पर्यटक की मृत्यु हो गई है. एक गंभीर रूप से घायल है जिसे बेहतर इलाज के लिए रेफर किया गया है. जिला के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री और पुलिस कप्तान सुभाष चंद्र जाट कल से ही घटनास्थल पर कैंप किए हुए हैं.
#WATCH | A recce was conducted by one of the helicopters in the morning and operations are underway in coordination with the district administration and NDR to rescue people from ropeway site near Trikut in Deoghar, Jharkhand pic.twitter.com/Mum5Tq73nq
— ANI (@ANI) April 11, 2022
भारत का सबसे ऊंचा रोप वे है त्रिकुट रोपवे
त्रिकुट की सबसे ऊंची चोटी समुद्र तल से 2470 फीट ऊपर देवघर शहर से लगभग 20 किलोमीटर की दूरी देवघर-दुमका रोड पर मोहनपुर ब्लॉक में है. रोप वे जमीन से लगभग 1500 फीट की ऊंचाई पर है. त्रिकुट पहाड़ की तलहटी मयूराक्षी नदी से घिरी हुई है. रोप वे की लंबाई लगभग 766 मीटर (2512 फीट) है. त्रिकुट रोप वे मे पर्यटकों के लिए कुल 26 केबिन हैं. चोटी तक पहुंचने के लिए केवल 8 से 10 मिनट लगते हैं. रोप वे से जाने के लिए 130 रुपये खर्च करने होते हैं.
2009 में हुई रोप वे की शुरुआत
ये झारखंड का यह एक मात्र रोप वे है. यह सतह से 800 मीटर की उंचाई पर है. रोप वे का समय नियमित रूप से सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक होता है.
बचाव अभियान में जुटे दो एमआई-17 हेलीकॉप्टर
इंडियन एयरफोर्स के मुताबिक, झारखंड के देवघर जिले में दो एमआई-17 हेलीकॉप्टर बचाव अभियान में शामिल हैं, जहां कई लोग दुर्घटना के कारण रोपवे ट्रॉली में फंस गए हैं. ऑपरेशन अभी जारी है.