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हजारीबाग में हुआ बस एक्सीडेंट, 11 की मौत 25 घायल
झारखंड के हजारीबाग जिले की दनुवा घाटी में नेशनल हाईवे 2 पर एक बस के ब्रेक फेल होने से 11 की मौत और 25 घायल होने की खबर मिली है। झारखंड के चौपारण में सोमवार अहले सुबह भीषण सड़क हादसे में 11 लोग मारे गए हैं। जबकि दुर्घटना में 25 यात्री बुरी तरह घायल हो गए। बस-ट्रक की टक्कर में बस के परखच्चे उड़ गए। जीटी रोड पर चौपारण के दनुआ घाटी में सुबह करीब 3:30 बजे यह हादसा हुआ, जिसमें 11 लोगों की माैके पर ही मौत हो गई। मृतकों में कई लोग बिहार के गया, जहानाबाद, डोभी, बाराचट्टी के रहनेवाले हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक हादसा इतना भयावह है कि मरनेवालों की संख्या अभी और बढ़ सकती है।
हजारीबाग के उपायुक्त रविशंकर शुक्ला राहत-बचाव कार्य की देखरेख के लिए घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। घायलों के बेहतर इलाज के लिए मुख्यालय से डॉक्टरों की टीम मौके पर रवाना हो गई है। बस के चालक मोहम्मद मुजाहिद की भी हादसे में मौत हो गई है। मृतकों में उपेंद्र बर्णवाल उम्र लगभग 45 साल , उनका बेटा आदित्य कुमार उम्र 10 साल कोतवाली थाना, गया, बिहार के रहने वाले हैं। मृतकों में योगेंद्र प्रसाद (जहानाबाद), भारती देवी, पति रामकृष्ण प्रसाद (रांची उम्र 40 साल), रामानंद पासवान (नंदुबीघा, जहानाबाद, बिहार), बंधनी मुंडा (भरनो, गुमला) और शिव शंकर प्रसाद (शांति नगर, रातू रोड, रांची) शामिल हैं।
जानकारी के मुताबिक गुमला से मसौढ़ी जा रही महारानी बस भोर में साढ़े तीन बजे हादसे का शिकार हो गई। दुर्घटनास्थल बिहार और झारखंड का सीमा क्षेत्र है। हादसे के वक्त बस में सभी यात्री सो रहे थे। बस का ब्रेक फेल होने को हादसे का कारण बताया जा रहा है। बताया गया कि सड़क पर पहले से खड़े छड़ लदे खराब ट्रक में बस के टकराने से यह भीषण हादसा हुआ है।
दुर्घटना की सूचना के बाद चौपारण थाने की पुलिस मौके पर पहुंच गई है। पुलिस बस में फंसे लोगों को निकालने का प्रयास कर रही है। अब तक 9 लोगों के शव निकाले जा चुके हैं। हादसे में जान गंवाने वाले यात्रियों की पहचान अब तक नहीं हो पाई है। मरने वालों में बस का ड्राइवर और खलासी भी शामिल हैं। बताया गया है कि इस हादसे में 2 दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए हैं। जिन्हें इलाज के लिए चौपारण प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है।
घायलों में डोली बर्णवाल गया, प्रदीप शर्मा सनीपुर, रामानंद पासवान नंदु बिगहा, खुशबू कुमारी उम्र 28 वर्ष रांची, निलेश कुमार उम्र 24 वर्ष चंदेल यूपी, शौर्य कुमार 7 वर्ष रांची, पप्पु कुमार 15 साल बालूमाथ, उमेश तिवारी 45 साल, पिंटु कुमार 25 साल बालूमाथ, मधु कुमार आनंद उम्र 25 वर्ष रांची, सौरभ कुमार उम्र 20 साल गया, सुनील कुमार 41 साल रांची, प्रिया देवी उम्र 28 साल, बुलबुल कुमारी उम्र 5 साल गया, कौशल कुमार उम्र 35 साल गया, कपिलदेव प्रसाद ठाकुर बिगहा, मीना शर्मा उम्र 30 साल, कारु बलराम गया, रंजू देवी उम्र 25 साल बालूमाथ, सुधीर शर्मा रांची, संतन विश्वकर्मा रानीगंज शामिल हैं।
हादसे के गवाह एक यात्री प्रदीप शर्मा ने बताया कि संभवत: बस का ब्रेक फेल हो गया, जिसके कारण यह दुर्घटना हुई। चालक ने बस से नियंत्रण खो दिया था। बस में सवार रहे संतन विश्वकर्मा ने बताया कि बस का ब्रेक फेल होने के बारे में ड्राइवर ने यात्रियों को आगाह किया था। उसने बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन सड़क पर पहले से खड़े सरिया लदे ट्रक में भीषण टक्कर हो गई।
हादसे की गवाह बनी बस में सफर कर रहे यात्री प्रदीप शर्मा ने इलाज के क्रम में बताया कि वे रांची से डोभी जाने के लिए स्लीपर में सवार थे। छड़ लदे ट्रक से जोरदार टक्कर हुई। किस्मत से जान बच गई। खाई में गिरते तो सब मारे जाते। इस हादसे में बुरी तरह घायल कृष्ण बल्लभ शर्मा ने बताया कि बस बहुत तेज रफ्तार में थी। चालक को कई बार मना किया गया था, लेकिन वह नहीं माना। अंतत: हादसा हो गया। भगवान की कृपा से जान बच गई।
बता दें कि जीटी रोड में चौपारण की दनुआ घाटी मौत की घाटी बन गई है। यहां पिछले चार महीने में अलग-अलग हादसों में 30 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। कुछ दिन पहले ही अमेरिका के एक रिसर्च स्कॉलर और उसकी पत्नी की भी यहां हादसे में मौत हो गई थी। हाेली के दिन स्कॉर्पियो में सवार 5 लोगों की इस घाटी में जान जा चुकी है।