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'IAS के लिए दृष्टि नहीं, दृष्टिकोण की जरूरत', राजेश कुमार सिंह देश के दूसरे दृष्टिबाधित कलेक्टर बने
देश के पहले दृष्टिबाधित IAS राजेश कुमार सिंह ने झारखंड में बोकारो के कलेक्टर का पद संभाल लिया। 2007 की UPSC परीक्षा में सफल होने के बावजूद सरकार ने उन्हें आंखों की रोशनी के आधार पर खारिज कर दिया था। जिस पर राजेश ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था।
तब जस्टिस अल्तमस कबीर की बेंच ने सरकार को फटकार लगाते हुए कहा था- IAS के लिए दृष्टि नहीं दृष्टिकोण की जरूरत है। तब जाकर 2011 में नियुक्ति मिली। आज हेमंत सोरेन सरकार ने उन्हें बोकारो का कलेक्टर बना दिया।
देखा जाए तो राजेश कुमार सिंह देश के दूसरे दृष्टिबाधित कलेक्टर हैं। उनसे पहले 2014 में मध्य प्रदेश के उमरिया जिले में कृष्ण गोपाल तिवारी भी कलेक्टर बने थे। हालांकि राजेश कुमार सिंह 2007 में यूपीएससी में सफल हुए थे, जबकि तिवारी 2008 में । इस प्रकार तिवारी पहले दृष्टिबाधित कलेक्टर हुए तो राजेश सिंह पहले आईएएस।