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कर्नाटक की 7 विधान परिषद की सीटों पर चुनाव, सरगर्मी तेज, जानें किस पार्टी को मिलेगी जीत
कर्नाटक की सात विधान परिषद (एमएलसी) सीटों पर 29 जून को चुनाव होने हैं. विधानसभा सदस्यों के द्वारा होने वाले इन एमएलसी चुनाव में सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच कांटे के मुकाबला होने की संभावना है. एक तरफ बीजेपी की साख दांव पर लगी है तो दूसरी तरफ राज्यसभा चुनाव के जरिए कांग्रेस और जेडीएस एक बार फिर साथ आए हैं.
कर्नाटक में एक विधान परिषद सीट जीतने के लिए कम से कम 28 विधायकों के वोट के समर्थन चाहिए. ऐसे में प्रदेश के मौजूदा विधायकों के आंकड़े के लिहाज से देखें तो बीजेपी के खाते में चार तो कांग्रेस के खाते में दो सीटें मिलनी तय है जबकि एक सीट जेडीएस को मिल सकती है. यही वजह है कि बीजेपी, कांग्रेस और जेडीएस तीनों पार्टी के नेताओं ने एमएलसी बनने के लिए पैरवी शुरू कर दी है.
कांग्रेस के खाते में आने वाली 2 विधान परिषद सीटों के लिए करीब 30 नेता दावेदारी कर रहे हैं. वहीं जेडीएस की एक सीट के लिए करीब 20 नेता जोड़तोड़ में जुटे हुए हैं. ऐसे ही बीजेपी की चार सीटों के लिए पार्टी के कई दिग्गज नेता कतार में हैं. खासकर बीजेपी के वो नेता एमएलएसी बनने की जुगत में जो विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज नहीं कर सके थे.
बीजेपी की ओर से एमएलसी के लिए एमबीटी नागराज, विश्वनाथ और शंकर के नाम प्रमुख दावेदारों के तौर पर माना जा रहा है. हालांकि, बीजेपी के ये तीनों नेता कुरुबा समुदाय से आते हैं. ऐसे में बीजेपी के कोर कमेटी इस पक्ष में नहीं है कि एक ही समुदाय के तीन नेताओं को टिकट दिया जाए, लेकिन मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा इन नेताओं को एमएलसी बनाकर साधना चाहते हैं.
बता दें कि कर्नाटक की कुल 224 विधानसभा सीटों में से बीजेपी के पास 117 विधायक हैं और साथ ही उन्हें तीन निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन हासिल है. वहीं, कांग्रेस के पास 68 और जेडीएस के पास 34 विधायक हैं जबकि 2 सीटें फिलहाल रिक्त हैं. ऐसे में बीजेपी की चार, कांग्रेस की दो और जेडीएस की एक विधान परिषद की सीट तय है.