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कर्नाटक उपचुनाव का रुझान आया सामने, येदियुरप्पा को मिल सकता है राहत
बेंगलुरू। कर्नाटक में 15 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के लिए मतगणना शुरु हो गई है चुनाव अधिकारियों ने बताया कि इन सीटों पर पांच दिसम्बर को चुनाव हुआ था जिसमें 67.91 प्रतिशत मतदान हुआ था। शुरुआती रुझानों में भाजपा 10, कांग्रेस दो, जेडीएस दो और निर्दलीय उम्मीदवार एक सीट पर आगे चल रहे हैं। कर्नाटक में येदियुरप्पा सरकार बनाए रखने के लिए भाजपा को छह सीटों पर जीत दर्ज करनी होगी।
इस समय कर्नाटक में कुल 207 विधायक हैं. बहुमत के लिए जरूरी 104 से एक अधिक 105 विधायक भाजपा के पास हैं. अब 15 और विधायकों के चुनाव के बाद सदन की सदस्य संख्या 222 हो जाएगी. ऐसे में बहुमत के लिए भाजपा को 112 विधायक चाहिए. लिहाजा इस उपचुनाव में सात सीटें जीतने पर भाजपा की येदियुरप्पा सरकार को बहुमत हासिल हो जाएगा, लेकिन भाजपा कम से कम आठ सीटें जीतना चाहती है.
ये उपचुनाव 17 विधायकों को अयोग्य करार देने से रिक्त सीटों को भरने के लिये कराये गये थे। इन विधायकों में कांग्रेस और जद(एस) के बागी नेता शामिल थे। इन विधायकों की बगावत के चलते जुलाई में एच डी कुमारस्वामी नीत कांग्रेस-जद(एस) सरकार गिर गई थी और बी एस येदियुरप्पा के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार के सत्ता में आने का मार्ग प्रशस्त हुआ था।
इस समय भाजपा के पास 105 विधायक (एक निर्दलीय समेत) हैं, कांग्रेस के 66 और जद (एस) के 34 विधायक हैं। इनके अलावा बसपा का एक सदस्य है, एक मनोनीत विधायक है और अध्यक्ष हैं। पुलिस ने बताया कि मतगणना के लिए सुरक्षा समेत सभी प्रबंध किये गये हैं। मतगणना केन्द्रों के आसपास लोगों को एकत्र होने से रोकने के लिए निषेधाज्ञा लागू की गई है।
भाजपा ने पार्टी में शामिल हुए 16 में से 13 अयोग्य विधायकों को उनके संबंधित क्षेत्रों से टिकट दिया है। उन्होंने 2018 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस और जद (एस) के टिकटों पर जीत हासिल की थी। जिन 15 सीटों पर उपचुनाव हो रहा है उनमें 12 पर कांग्रेस और तीन पर जद (एस) का कब्जा था।