इधर चुनाव की तारीखों का ऐलान, उधर कर्नाटक के सीएम येडियुरप्पा परेशान, बिगड़े समीकरण देख दिल्ली की भरी उड़ान
बेंगलुरु. कर्नाटक (Karnataka) में 15 सीटों के लिए होने वाले उपचुनावों (Belection) की तारीख चुनाव आयोग ने घोषित कर दी है. हरियाणा और महाराष्ट्र (Harayana Maharashtra Assembly Election) के साथ यहां पर भी 21 अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे. लेकिन इन चुनावों की तारीख ने बीजेपी और कांग्रेस-जेडीएस के बागी विधायकों की टेंशन बढ़ा दी है. दरअसल चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है और इन बागियों की योग्यता का मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है. अब ये बागी विधायक बीजेपी की मुसीबतें बढ़ा सकते हैं.
कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस विधायकों की बगावत के कारण इस साल 23 जुलाई को लंबे ड्रामे के बाद कांग्रेस और जेडीएस की गठबंधन सरकार गिर गई थी. 23 जुलाई इन विधायकों के लिए जश्न का दिन था, लेकिन अब ये सभी विधायक एक अजीब सी मुसीबत में फंसते नजर आ रहे हैं.
बागी विधायकों के कारण गिरी कर्नाटक सरकार
इन 15 विधायकों ने कुमारस्वामी सरकार से समर्थन वापस लेते हुए इस्तीफा दे दिया था, लेकिन विधानसभा स्पीकर ने उन्हें पूरे पांच साल के लिए अयोग्य घोषित कर दिया. अब ये मामला सुप्रीम कोर्ट में है, लेकिन चुनाव आयोग ने राज्य की 15 विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव की घोषणा कर दी है.
इन विधायकों की सदस्यता संबंधी मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है. लेकिन चुनाव की तारीख घोषित हो गई है. नॉमिनेशन फाइल करने की अंतिम तारीख 30 सितंबर है. ऐसे में इन विधायकों के पास चुनाव में जाने के लिए सिर्फ 8 दिन हैं. सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की सुनवाई अब 23 सितंबर को है.
बीजेपी सूत्रों के अनुसार, अयोग्य घोषित किए गए कुछ विधायकों ने बीएस येडियुरप्पा के पीए एनआर संतोष से मुलाकात की. बंद कमरे में हुई इस मुलाकात में माहौल काफी गर्म रहा. इन विधायकों ने बीजेपी पर अपने वादे पूरे न करने का आरोप लगाया. उन्होंने एनआर संतोष के सामने अपना गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि अब सब कुछ 'आउट ऑफ कंट्रोल' हो रहा है. माना जाता है कि कर्नाटक में बीजेपी द्वारा चलाए गए 'ऑपरेशन लोटस' में संतोष की बड़ी भूमिका रही और इसी कारण एचडी कुमारस्वामी की सरकार गिरी.
येडियुरप्पा दिल्ली में करेंगे अमित शाह से मुलाकात
शनिवार दोपहर को चुनाव आयोग की घोषणा के बाद येडियुरप्पा ने अपने कुछ खास लोगों की आपात बैठक बुलाई. इसमें उन्होंने बागी विधायकों से किए गए वादे और 15 में से ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतने की बात कही गई. जिससे बीजेपी की सरकार चलती रहे.
शनिवार को ही ताजा राजनीतिक हालात के बाद येडियुरप्पा ने बेंगलुरु से दिल्ली के लिए उड़ान भरी. यहां पर वह बीजेपी आलाकमान से मुलाकात करेंगे. सूत्रों के अनुसार इस मुलाकात में वह आलाकमान से मामले में हस्तक्षेप की मांग करते हुए बागी विधायकों को समझाने की बात कह सकते हैं. दिल्ली में येडियुरप्पा की बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात प्रस्तावित है.
राज्य निर्वाचन आयोग ने लगाया अड़ंगा
इधर राज्य निर्वाचन आयोग ने साफ कर दिया है कि बागी विधायकों को चुनाव लड़ने की इजाजत नहीं दी जाएगी. अयोग्य घोषित किए गए विधायक एसटी सोमशेखर ने एक बातचीत में कहा कि, इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को सुनवाई है. हमें उम्मीद है कि यहां से हमें स्टे मिल जाएगा. हम देखते हैं कि कोर्ट इस मामले में क्या फैसला देता है. चुनावी तारीख पर सोमशेखर ने कहा कि, हमारे वकील इस पर सोमवार को स्टे ले लेंगे. हम इस मामले को लेकर चिंतित नहीं हैं. उन्होंने कहा कि, हम चुनाव लड़ने को लेकर पूरी तरह निश्चिंत हैं, लेकिन किसी पार्टी से लड़ेंगे, इस पर सोमशेखर ने कुछ नहीं कहा.