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कर्नाटक: विधानसभा पहुंचे मुख्यमंत्री येदियुरप्पा, आज बहुमत साबित करेंगे, सरकार बनाने के लिए 104 का आंकड़ा जरूरी

Special Coverage News
29 July 2019 4:32 AM GMT
कर्नाटक: विधानसभा पहुंचे मुख्यमंत्री येदियुरप्पा, आज बहुमत साबित करेंगे, सरकार बनाने के लिए 104 का आंकड़ा जरूरी
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येदियुरप्पा को बहुमत साबित करने के लिए 224 सदस्यों वाली विधानसभा में 104 का आंकड़ा चाहिए।

बेंगलुरु : कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा विधानसभा में पहुँच चुके हैं। येदियुरप्पा आज विधानसभा में बहुमत साबित करेंगे। येदियुरप्पा ने 26 जुलाई को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। वहीं, विधानसभा स्पीकर केआर रमेश कुमार ने कार्रवाई करते हुए बीते चार दिनों में कुल 17 बागी विधायकों को अयोग्य करार दिया है। इस तरह येदियुरप्पा को बहुमत साबित करने के लिए 224 सदस्यों वाली विधानसभा में 104 का आंकड़ा चाहिए।

एक दिन पहले रविवार को स्पीकर ने कांग्रेस-जेडीएस के 14 और बागी विधायकों को अयोग्य घोषित कर दिया था। इससे पहले 25 जुलाई को भी स्पीकर ने कार्रवाई करते हुए तीन बागी विधायकों को अयोग्य करार दिया था। अब तक कुल स्पीकर कुल 17 बागी विधायकों के खिलाफ अयोग्यता पर फैसला ले चुके हैं।

मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने कहा कि वह बहुमत साबित करने को लेकर 100 फीसदी आश्वस्त हैं। इसके बाद सोमवार को ही पिछली कांग्रेस-जेडीएस सरकार द्वारा तैयार किए वित्त विधेयक को किसी बदलाव के बगैर पेश करेंगे। विधेयक जल्दी पेश नहीं किया गया तो हम तनख्वाह देने के लिए फंड नहीं निकाल पाएंगे। दूसरी ओर, कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने कहा कि स्पीकर का फैसला लोकतंत्र की जीत है। इससे भविष्य की राजनीति को सीख मिलेगी।

17 विधायकों की अयोग्यता पर फैसले के बाद अब 224 सीटों वाली कर्नाटक विधानसभा में सदस्यों की संख्या 207 रह गई है। बहुमत परीक्षण के दौरान स्पीकर को हटाकर यह संख्या 206 होगी। ऐसे में येदियुरप्पा को बहुमत हासिल करने के लिए 104 का आंकड़ा चाहिए। स्पीकर के फैसले से फ्लोर टेस्ट में येदियुरप्पा सरकार की राह और आसान हो गई। भाजपा के पास एक निर्दलीय को मिलाकर 106 विधायकों को समर्थन है। जबकि कांग्रेस के पास 66, जेडीएस के 34 और एक बसपा विधायक है। विश्वास मत के दौरान कुमारस्वामी के पक्ष में वोटिंग नहीं करने पर बसपा ने अपने विधायक को पार्टी से निष्कासित कर दिया था।

रमेश कुमार ने कहा, ''येदियुरप्पा ने मुझसे कहा है कि सोमवार को अपनी देखरेख में विश्वास मत कराएं। फाइनेंस बिल भी 31 जुलाई को पेश होना है, इसलिए मैं सभी विधायकों से विश्वास मत प्रस्ताव के दौरान मौजूद रहने की अपील करता हूं। हम कहां पहुंच चुके हैं? स्पीकर के नाते मौजूदा हालात में मुझ पर काफी दबाव है। इन सब चीजों ने मुझे तनाव के समंदर में धकेल दिया है।''

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