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इस राज्य में क्वारंटाइन के नियमों में दी गई ढील, अब 14 दिन की बंदिश सिर्फ इन लोगों पर रहेगी
बेंगलुरु: कर्नाटक में क्वारंटाइन के नियमों में कुछ राहत दी गई है. अब 14 की जगह 7 दिन ही इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन में रहना होगा वह भी सिर्फ उन राज्यों से आए लोगों के लिए जहां कोरोना के सबसे ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं. बाकी राज्यों से आने वालों को 14 दिन के होम क्वारंटाइन में रहने की छूट दी गई है. घरेलू उड़ानें 25 मई से शुरू होने पर पैसेंजरों की तादाद बढ़ेगी. ऐसे में सरकार ने क्वारंटाइन के नियमों में रियायत देने का फैसला किया है.
महाराष्ट्र, राजस्थान, दिल्ली, गुजरात, तमिलनाडु और मध्यप्रदेश जैसे सबसे ज्यादा संक्रमित राज्यों से आने वालों को अनिवार्य तौर पर सात दिन के इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन में जाना होगा. रिपोर्ट निगेटिव आने पर अगले सात दिन होम क्वारंटाइन में रहना होगा. हालांकि इन राज्यों से आने वाले 10 साल से कम के बच्चे 80 साल के बुजुर्ग और गर्भवती महिलाओं को लक्षण न मिलने पर भी 14 दिनों के होम क्वारंटाइन में भेज जाएगा. दूसरे देशों से आने वालों को अब भी 14 दिनों के इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन में ही रहना होगा.
कर्नाटक के स्वास्थ शिक्षा मंत्री डॉ के सुधाकर ने कहा कि ''जो लोग मंगलोर और बेंगलोर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर विदेश से लौटेंगे उनकी मर्जी है कि अगर वे चाहें तो पेड क्वारंटाइन में जा सकते हैं. हालांकि इसके लिए उन्हें थोड़ी रकम खर्च करनी होगी.''संस्थागत क्वारंटाइन में सरकारी व्यवस्था मुफ्त है जबकि 5 स्टार होटल में 3700 रुपये प्रतिदिन 2 लोगों के लिए, 3 से 4 स्टार होटल में 1750 रुपये और अन्य होटलों में 750 से 1500 रुपये खाने के साथ देकर भी आप रह सकते हैं.
कर्नाटक में पिछले एक हफ्ते के दौरान संक्रमित मरीज़ों की संख्या तेजी से बढ़ी है. घरेलू उड़ानें शुरू होने के बाद क्वारंटाइन सेंटरों की ज़रूरत बढ़ेगी. सरकार के पास संसाधन सीमित है. ऐसे में राज्य सरकार ने ज़िम्मेदारी आम लोगों के साथ साझा करने का फैसला किया. इसीलिए क्वारंटाइन के नियमों में ढील दी गई है.