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बंगलुरू के ब्रिगेड रोड मार्केट संघ के सचिव यूसुफ़ साहब ने किया कमाल, काश यही सब सोच लें तो देश बदल जाएगा
आप सुहैल यूसुफ़ हैं। बंगलुरू के ब्रिगेड रोड मार्केट संघ के सचिव। यूसुफ़ साहब ने मार्केट संघ के सचिव रहते एक कमाल किया है। मार्केट में पार्किंग की वजह से तंगी हो रही थी। सौ से कुछ अधिक दुकानें हैं। पार्किंग की समस्या का समाधान निकल नहीं पा रहा था। यूसुफ़ साहब ने बाजार संघ के पैसे से पार्किंग वेंडिंग मशीन लगाने का फ़ैसला किया। ऐसी मशीनें हमें पेरिस और न्यूयार्क में देखी है। आप कार पार्क करते हैं। मशीन में नंबर पंच करते हैं और तय समय के लिए पार्क कर चले जाते हैं।
तो कोई चौदह पंद्रह साल पहले पेरिस गए और वहाँ से आठ दस मशीनें ले आए। अपने बाजार में 85 कारों के पार्क होने की जगह बनाई। रेट दस और बीस रुपये कर दिए और दो घंटे से ज़्यादा पार्किंग पर रोक लग गई। दुकान मालिकों से कहा कि पार्किंग में मालिकों को जगह नहीं मिलेगी। ये सुविधा ग्राहक के लिए है। मालिक लोग ओला उबर या पब्लिक ट्रांसपोर्ट से आते हैं। उनकी कार यहाँ पार्क नहीं होती।
अपने पैसे से वेंडिंग मशीन लगाकर उन्होंने एक पैसा नहीं कमाया। न ही लागत निकाली। यूसुफ़ जी ने बताया कि वे इस 85 पार्किंग की जगह से बंगलुरू नगरनिगम को साल में 27 लाख देते हैं। इस मशीन से उन्होंने पार्किंग माफ़िया को ख़त्म कर दिया। वेंडिंग मशीन से साल भर की ऑडिट रिपोर्ट निकलती है। एक एक पैसे का हिसाब कर निगम को दे आते हैं। अब उन्होंने कुछ जगह महिला चालकों के लिए रिज़र्व कर दिया है।
यूसुफ कहते हैं कि अगर पूरा बंगलुरू उन्हें मिल जाए तो वे बाज़ार संघों के पैसे से पार्किंग की समस्या को ठीक कर देंगे और माफ़ियाओं को भगा कर निगम को मालामाल कर देंगे। ख़ुद यूसुफ़ साहब की दुकान 1939 की है। इसी जगह पर ये रेडियो हाउस कहलाता था जहाँ मर्फ़ी रेडियो बिकता था। अभी सोनी की दुकान है। ब्रिगेड रड से ही कैफ़े कॉफ़ी डे की शुरूआत हुई थी।
युसूफ़ साहब की इस नेतृत्व क्षमता का क़ायल हो गया। बंगलुरू की जनता को चलकर उनके पास दाना चाहिए और अपना मेयर चुन लेना चाहिए। बंगलुरू यात्रा की सबसे बड़ी उपलब्धि रही सुहैल यूसुफ से मुलाक़ात। आप हीरो हैं जनाब।