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बीएस येदियुरप्पा ने ली कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद की शपथ, तीसरी बार बने हैं सीएम
Arun Mishra
17 May 2018 9:12 AM IST
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yeddyurappa
बीएस येदियुरप्पा ने 9 बजे राजभवन में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उन्हें राज्यपाल वजूभाई वाला ने मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई.
नई दिल्ली : बीजेपी नेता बीएस येदियुरप्पा ने गुरुवार की सुबह 9 बजे राजभवन में कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उन्हें राज्यपाल वजूभाई वाला ने मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। येदियुरप्पा ने तीसरी बार कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद की कमान संभाली है।
इससे पहले राजभवन आते वक्त येदियुरप्पा ने रास्ते में राधा-कृष्ण मंदिर में दर्शन पूजन किया। बीजेपी सूत्रों के मुताबिक येदियुरप्पा शपथ ग्रहण समारोह के बाद सदन में बहुमत साबित करने की तारीख का ऐलान कर सकते हैं।
Bengaluru: BJP's BS Yeddyurappa sworn-in as Chief Minister of Karnataka pic.twitter.com/TrkgFYNoPC
— ANI (@ANI) May 17, 2018
इससे पहले, राजभवन पहुंचे केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार बोले, मुझे लगता है कि सभी उदाहरण राज्यपाल के फैसले के साथ हैं। हम समर्थन पा लेंगे और हाउस में अपना बहुमत भी साबित कर देंगे।
I think all the precedents are with the Governor's decision. We will get the support, we will prove our majority on the floor of the House: Ananth Kumar, BJP at Raj Bhavan in Bengaluru pic.twitter.com/ynWOEBhxk9
— ANI (@ANI) May 17, 2018
वहीं, कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि बहुमत न होने के बाद भी बीजेपी की सरकार बनना संविधान का मजाक उड़ाना है। आज सुबह जब बीजेपी अपनी खोखली जीत का जश्न मना रही होगी तो भारत लोकतंत्र की हार का शोक मनाएगा।
The BJP's irrational insistence that it will form a Govt. in Karnataka, even though it clearly doesn't have the numbers, is to make a mockery of our Constitution.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 17, 2018
This morning, while the BJP celebrates its hollow victory, India will mourn the defeat of democracy.
कांग्रेस-जनता दल सेक्यूलर (जद एस) के अनुरोध पर मध्य रात्रि को सुनवाई के लिए गठित न्यायमूर्ति ए के सिकरी, न्यायमूर्ति एस ए बोबडे और न्यायमूर्ति अशोक भूषण की खंडपीठ ने रात करीब सवा दो बजे से सुबह साढ़े पांच बजे तक चली सुनवाई के बाद कहा कि वह राज्यपाल के आदेश पर रोक लगाने के पक्ष में नहीं है, इसलिए वह येदियुरप्पा के शपथ-ग्रहण पर रोक नहीं लगायेगी, लेकिन भाजपा नेता का मुख्यमंत्री पद पर बने रहना इस मामले के अंतिम निर्णय पर निर्भर करेगा।
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