कर्नाटक

कोरोना से मृत लोगों के शव गढ्डे में फेंकने के वीडियो पर कर्नाटक में बवाल, मायावती ने भी कही ये बड़ी बात

Arun Mishra
1 July 2020 4:08 AM GMT
कोरोना से मृत लोगों के शव गढ्डे में फेंकने के वीडियो पर कर्नाटक में बवाल, मायावती ने भी कही ये बड़ी बात
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इस घटना पर कांग्रेस और जेडीएस ने कर्नाटक की बीजेपी सरकार की आलोचना की है.

कर्नाटक के बेल्लारी में कोरोना से जंग हार चुके लोगों के शवों के साथ बदसलूकी का वीडियो सामने आया है. शवों को दफनाने के वक्त उन्हें गड्ढे में फेंकते हुए देखा गया है. वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. इस घटना पर कांग्रेस और जेडीएस ने कर्नाटक की बीजेपी सरकार की आलोचना की है.

वीडियो में नजर आ रहा है कि एक-एक कर एम्बुलेंस से शवों को निकाला गया और बेदर्दी से गड्ढे में कूड़े की तरह फेंक दिया गया. वीडियो में पीपीई सूट पहने कर्मचारी गड्ढे में शव डालते दिख रहे हैं. पास ही एक जेसीबी मशीन भी दिख रही है. अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं कि इन शवों के लिए इसी जेसीबी से गड्ढा खोदा गया था. सरकारी कर्मचारियों के ऐसे बर्ताव पर राजनीतिक दल भी नाराजगी जता रहे हैं.

कांग्रेस और जेडीएस ने कर्नाटक की बीजेपी सरकार को घेर लिया. जेडीएस ने अपने ट्वीट में लिखा, ''सावधान हो जाइये, अगर खुदा ना खास्ता आपका या आपके परिवार का कोई सदस्य कोविड-19 से मर जाता है तो कर्नाटक की बीजेपी सरकार इस तरह शव को अन्य शवों के साथ एक गड्ढे में फेंक देती है.'' जेडीएस ने पूछा कि क्या यही वैल मैनेजमेंट है, जिसकी हर दिन मीडिया में चर्चा की जाती है.

कांग्रेस नेता डी के शिवकुमार ने भी येदियुरप्पा सरकार को घेरा और ट्वीट में लिखा, ''बेल्लारी में कोरोना मरीजों के शवों को ऐसी अमानवीयता से गड्ढे में फेंका जाना विचलित करने वाला है. इससे पता चलता है कि सरकार कोरोना संकट को किस तरह संभाल रही है. मैं बीजेपी सरकार से अपील करता हूं कि वो इसपर संज्ञान ले.''



मायावती ने ट्वीट किया है की कर्नाटक के बेलारी में कोरोना से हुई मौत पर शवों को गड्डे में फेंकने की घटना व दृश्य मानवता को शर्मसार करने वाला है। कोरोना मरीजों के साथ क्रूर व्यवहार की शिकायतें तो आम बात है, किन्तु उनकी लाशों के साथ इस प्रकार की दरिन्दगी की सजा दोषियों को वहाँ की सरकार जरूर दे।


मामले ने तूल पकड़ा तो बेल्लारी प्रशासन भी हरकत में आया. बेल्लारी के डीसी ने बताया कि मैंने वीडियो देखने के बाद जांच के आदेश दे दिए हैं. पहली नजर में ऐसा लगता है कि प्रोटोकॉल का पालन हुआ है लेकिन मानवता के लिहाज से देखा जाए तो जो हुआ वो गलत है. मृतकों के शवों के साथ सम्मान से पेश आना चाहिए.

कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री बी. श्रीरामुलु ने कहा है कि जो स्वास्थ्यकर्मी इस घटना में शामिल थे, उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्यकर्मियों को ऐसा करते वक्त प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए.

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