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भावुक होकर देवेगौड़ा बोले 60 साल के सार्वजनिक जीवन में नही देखा एसे हालात
बेंगलुरु। कर्नाटक की गठबंधन सरकार का भविष्य संकट में है। कांग्रेस और जेडीएस के विधायकों के बागी होने के बाद अब उन्हें मनाने का दौर शुरू हो चुका है। एक तरफ जहां सीएम कुमार स्वामी नए सिरे से कैबिनेट के गठन की बात कह चुके हैं। वहीं दूसरी ओर आज मंत्री डीके शिवकुमार के बागी विधायकों से मिलने के लिए मुंबई पहुंचने के बाद सियासत गरमा गई है। वहीं, कांग्रेस-जेडीएस के 10 बागी विधायक मुंबई के रेनेसां होटल में हैं।
बुधवार को विधायको से मिलने पहुंचे कांग्रेस नेता शिवकुमार को मुंबई पुलिस ने होटल में जाने से रोक दिया गया। बागी विधायकों से मिलने मुंबई गए कांग्रेस के एक मंत्री को होटल में प्रवेश करने से रोकने पर गुस्साए पूर्व प्रधानमंत्री और जद(ए) सुप्रीमो एच डी देवेगौड़ा ने बुधवार को कहा कि मौजूदा हालात "आपातकाल से भी बदतर" हैं और उन्होंने 60 साल के सार्वजनिक जीवन में ऐसे हालात कभी नहीं देखे।
देवेगौड़ा ने कहा कि लोकतंत्र खतरे में है। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से मतभेद भुलाकर "लोकतंत्र की रक्षा" के लिये साथ आने की अपील की। उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि मौजूदा हालात आपातकाल से भी बदतर हैं। मैंने अपने 60 साल के सार्वजनिक जीवन में कभी ऐसा होते नहीं देखा। उन्होंने कहा, "सभी राजनीतिक दलों को मतभेद भुलाकर लोकतंत्र की रक्षा के लिये साथ आना चाहिये।"
देवेगौड़ा ने यह बात कर्नाटक सरकार गिराने के बीजेपी के कथित प्रयासों के विरोध में कांग्रेस-जद(एस) कार्यकर्ताओं द्वारा यहां निकाले मार्च से पहले यह बात कही। कर्नाटक के कांग्रेस-जनता दल (एस) गठबंधन के 10 और 2 निर्दलीय विधायक विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद शनिवार से मुंबई के एक होटल में ठहरे हुए हैं। उनके इस्तीफे से कर्नाटक की कांग्रेस-जद(एस) सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं।
मुंबई के रेनेसां होटल में ठहरे कांग्रेस और जेडीएस के 10 विधायकों ने कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी और कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार से खतरा है। इसे लेकर विधायकों ने मुंबई पुलिस को पत्र लिखकर सुरक्षा की मांग की।