- होम
- राष्ट्रीय+
- वीडियो
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- Shopping
- शिक्षा
- स्वास्थ्य
- आजीविका
- विविध+
- Home
- /
- विविध
- /
- मनोरंजन
- /
- लाइफ स्टाइल
- /
- जानिए परफ्यूम लगाने का...
नई दिल्ली. खुशबू किसे पसंद नहीं, इसलिए खुद को आकर्षक बनाने के लिए परफ्यूम लगाने का भी चलन है तो एक अच्छा परफ़्यूम आपके मूड को ख़ुशगवार रखता है. आपसे आनेवाली ख़ुशबू उन लोगों को भी भाती है, जो आपसे मिलते हैं. खासकर महिलाएं इन सब चीजों पर ज्यादा ध्यान देती हैं। एक अच्छे परफ्यूम की खुशबू सबके दिल को अपनी और आकर्षित कर लेती है यही कारण है कि हम सभी अच्छा परफ़्यूम चुनने के लिए काफ़ी मेहनत करते हैं. अगर आप चाहते हैं कि परफ़्यूम लगाने के बाद मनचाहा प्रभाव मिले तो इन चार बातों को ध्यान रखें.
-कई दफ़े हम परफ़्यूम को अपनी स्किन पर छिड़कने के बाद वहां की त्वचा को रगड़ देते हैं. ऐसा करने से हम लोगों को लगता है कि इससे ख़ुशबू त्वचा में समा जाएगी लेकिन यह तरीक़ा बिल्कुल ग़लत है. जब आप परफ़्यूम को रगड़ते हैं, तब उसके मॉलिक्यूल्स यानी यौगिक के बॉन्ड्स टूट जाते हैं. जिसका नतीजा यह होता है कि उसकी ख़ुशबू बिगड़ जाती है. पहली बात यह है कि परफ़्यूम को स्प्रे करना है, रगड़ना नहीं है.
- कई बार हमें महसूस होता है कि हमारा परफ़्यूम कुछ ज़्यादा ही स्ट्रॉन्ग है. उसे डायरेक्टली स्प्रे करना मतलब उसकी ख़ुशबू को ख़ुद ही नहीं सह पाने जैसी हालत हो जाएगी. कुछ लोगों को तो स्ट्रॉन्ग परफ़्यूम से सिरदर्द होना, नाक बहना जैसी समस्याएं हो जाती हैं. अगर आपका परफ़्यूम भी कुछ ज़्यादा स्ट्रॉन्ग हो गया हो तो उसे हवा में स्प्रे करें. स्प्रे करते हुए परफ़्यूम की वॉल यानी दीवार बना दें. और उसके बाद उसके बीच से गुज़रें. ऐसा करने से ख़ुशबू आपके शरीर के हर हिस्से में समान रूप से समा जाएगी और परफ़्यूम स्ट्रॉन्ग भी नहीं रह जाएगा.
-परफ़्यूम को कपड़े पर छिड़क लेना वह कॉमन ग़लती है, जो ज़्यादातर लोग करते ही हैं. पर परफ़्यूम लगाने का यह तरीक़ा पूरी तरह से ग़लत है. परफ़्यूम को त्वचा पर स्प्रे करने के लिए बनाया जाता है. कपड़े पर छिड़कने से मनमुताबिक़ प्रभाव नहीं मिलेगा. यदि आप चाहते हैं कि आपका महंगा परफ़्यूम आपको सही प्रभाव दे तो सीधे त्वचा पर स्प्रे करें.
-किसी के शरीर की बनावट अलग-अलग होती है. जिसके चलते हर किसी के शरीर की अपनी विशिष्ट ख़ुशबू होती है. किसी को ज़्यादा पसीना आता है, किसी को बहुत कम तो किसी को न के बराबर. तीन अलग-अलग तरह के लोगों पर एक ही तरह का परफ़्यूम कैसे एक जैसा इफ़ेक्ट पैदा कर सकता है. तो परफ़्यूम चुनते समय इस बात का ख़ास ख़्याल रखें कि आपका परफ़्यूम आपके शरीर की नैचुरल ख़ुशबू को कॉम्प्लिमेंट करता हो. उदाहरण के लिए अगर आपको ज़्यादा पसीना आता हो तो आपको स्ट्रॉन्ग नोट्स वाले परफ़्यूम की ज़रूरत होगी.