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धनतेरस के दिन स्वास्थय के देवता धनवंतरी समुद्र मंथन के समय अमृत कलश लेकर बाहर निकले थे। धनतेरस के दिन 13 दीपक जलाने को सबसे ज्यादा शुभ माना जाता है। इन 13 दीपकों को जलाने से ने केवल आपके घर में सुख और शांति का वास होगा बल्कि रिद्धि सिद्धि का भी स्थायी वास होगा तो आइए जानते इन 13 दीपक को किस स्थान पर जलाना है.
सबसे पहले भगवान गणेश का जलाया जाता है। दीपक जलाते समय भगवान गणेश का ध्यान करें और उसमें एक इलायची डाल दें और उनसे प्रार्थना करें कि हे रिद्धि सिद्धि के दाता मैं पूजन की शुरुआत कर रहा हूं कृपया करके मेरे जीवन से सभी प्रकार के विघ्नों को दूर करें और हमारे जीवन में सुख और शांति का वास करें।
दूसरा दीपक आपको माता लक्ष्मी के नाम का जलाना है और उनका आह्वाहन करना है और उनसे प्रार्थना करनी करें कि हे लक्ष्मी माता आज से मैं आपके पूजन की शुरुआत कर रहा हूं। कृपा करके आप मेरे घर में विराजे और भगवान कुबेर को भी अपने साथ लेकर आएं। इसके बाद कुबेर देव का आह्वाहन करें और कहें कि हे कुबेर देवता मेरे जीवन में जो भी धन रूपी समस्याएं आ रही हैं उसे दूर करें।
तीसरा दीपक आपको भगवान धनवंतरी का जलाना है। दीपक को जलाने के बाद उसमें एक लौंग अवश्य डाल दें। इसके बाद भगवान धनवंतरी से प्रार्थना करें कि वह आपको और आपके पूरे परिवार को निरोगी काया दें। इस तरह धनवंतरी जी से प्रार्थना करने के बाद इनके नाम का दीपक ईशान कोण में रख दें।
इसके बाद चौथा दीपक आपको यम देव के नाम का प्रजवल्लित करना है। इस दीपक को प्रज्वलित करते समय उसमें एक कौड़ी अवश्य डाल दें। यदि आपको कौड़ी न मिल सके तो आप उसमें एक रुपए का सिक्का डाल दें। इसके बाद यह दीपक दक्षिण दिशा में रखे दें। इसके बाद पांचवा दीपक चित्रगुप्त के नाम का जलाएं।
धनतेरस के दिन चित्रगुप्त को प्रसन्न करना बहुत जरूरी है क्योंकि वही हमारे कर्मों का हिसाब रखते हैं। चित्रगुप्त के नाम का दीपक जलाने से घर में खुशहाली आती है।
छठा दीपक तुलसी जी के नाम का जलाएं तुलसी का पौधा घर में रखना अतिशुभ माना जाता है। तुलसी जी के नाम का दीपक जलाने के बाद उसमें सात दानें साबूत मूंग के डाल दें और जहां आपने तुलसी का पौधा रखा हो वहां पर रख दें।
सांतवा दीपक आपको जल देवता के नाम का रखना चाहिए। क्योंकि शास्त्रों के अनुसार जहां पर भी आप पानी रखते हैं वहां पर एक दीपक अवश्य जलाना चाहिए, पानी के स्थान पर दीपक जलाते समय उसमें इत्र या खुशबू वाले फूल अवश्य डालें और उसमें एक रुपये का सिक्का भी अवश्य डालें।
धनतेरस के दिन आपको आठवां दिया गऊ माता के नाम का जलाना चाहिए। गऊ माता में सभी देवताओं का वास माना जाता है। इसलिए इस दिन किसी गऊशाला में जाकर एक दीपक अवश्य प्रज्वलित करें। यदि ऐसा संभव न हो सके तो आप इस दिन किसी गरीब के घर वह दीपक जला सकते हैं।
इसके बाद नवां दीपक अपने घर के आंगन में जलाएं और उस दीपक को जलाते समय उसमें एक रुपए का सिक्का, सात खील के सात दाने या धान के सात दाने भी अवश्य डाल दें। दसवां दीपक आपको अपनी छत के लिए जलाना है। इस दीपक को जलाते समय उसमें सात पीली सरसों के दाने अवश्य डालें।
धनतेरस के दिन आपको ग्यारहवां दीपक अपने पित्तरों के नाम का जलाना चाहिए।यह दीपक आपको दक्षिण दिशा में धनतेरस से लेकर भाई दूज तक जलाना है। यह दीपक जलाते समय आपको एक रुपए का सिक्का भी इसमें डालना है।
इसके बाद बारहवां दीपक गंगा माता के नाम का जलाएं। इस दीपक को जलाते समय सात दाने पीले चावल के उस दीपक में अवश्य डालें। यह दीपक जलाने से आपके सभी प्रकार के पाप नष्ट हो जाएंगे और आपको मोक्ष की प्राप्ति होगी।
धनतेरस के दिन तेरहवां दीपक तिजोरी के लिए जलाया जाता है। क्योंकि तिजोरी हमारे धन का स्थान होता है। इस दिन आपको एक रुपए का सिक्का डालकर दीपक प्रज्वलित करके उसे तिजोरी के ऊपर अवश्य रखें।
पं0 गौरव दीक्षित, ज्योतिषाचार्य, शूकर क्षेत्र, सोरों जी
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