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आखिर क्यों ज़रूरी है बच्चे के व्यवहार को समझना।

Anshika
14 Jun 2023 4:15 PM IST
आखिर क्यों ज़रूरी है बच्चे के व्यवहार को समझना।
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एक माता-पिता के लिए, उनके बच्चे का व्यवहार समझना और समर्थन करना आवश्यक है।

एक माता-पिता के लिए, उनके बच्चे का व्यवहार समझना और समर्थन करना आवश्यक है। यह हमारे बच्चों के स्वभाव को समझने, उन्हें ठीक से निर्देशित करने और उनके विकास में मदद करने का महत्वपूर्ण हिस्सा है। यदि हम अपने बच्चों के व्यवहार को समझते हैं तो हम संबंधों को मजबूत कर सकते हैं और उन्हें सही दिशा में निर्देशित कर सकते हैं।

पहला तत्व है, अवधारणा करना कि हर बच्चा अद्यतित है और अपनी व्यक्तित्व का ध्यान देने के योग्य है। हमें यह समझना चाहिए कि बच्चों का व्यवहार कभी-कभी उनके भावों, अनुभवों और विचारों का परिणाम होता है। उनके व्यवहार के पीछे के कारणों को समझना हमें उनकी दृष्टि से बातचीत करके हो सकता है। हमें उन्हें अपनी बात कहने का मौका देना चाहिए, उन्हें सुनना चाहिए और उन्हें महसूस करने की कोशिश करनी चाहिए। यदि हम उन्हें समझते हैं, तो हम उनके विचारों और भावनाओं का सम्मान कर सकते हैं और सही संचार स्थापित कर सकते हैं।

दूसरा महत्वपूर्ण तत्व है, व्यवहार के पीछे के कारणों की खोज करना। बच्चों का व्यवहार कभी-कभी उनकी आवश्यकताओं, अनुभवों या बाधाओं का परिणाम होता है। हमें उनकी जरूरतों को समझने की कोशिश करनी चाहिए और उन्हें सहायता और समर्थन प्रदान करनी चाहिए। उदाहरण के लिए, यदि एक बच्चा चिढ़ाने के बाद गुस्सा करता है, तो उसका व्यवहार उसके संपर्क में आने वाले सामाजिक अवसरों से प्रभावित हो सकता है।

तीसरा महत्वपूर्ण तत्व है, संचार का महत्व समझना। एक अच्छी संचार आपसी समझ, विश्वास और संबंधों का निर्माण करने में मदद करती है। हमें अपने बच्चों के साथ एक स्नेहपूर्ण, सटीक और संवेदनशील ढंग से संचार करना चाहिए। उन्हें सुनने और समझने के लिए हमेशा उनके साथ वक्त बिताने की कोशिश करें।

चौथा महत्वपूर्ण तत्व है, उचित सीमाओं का समर्थन करना। बच्चों के लिए सीमाओं का होना महत्वपूर्ण है ताकि वे अपने व्यवहार को समझ सकें और सुरक्षित रह सकें। हमें सुनिश्चित करना चाहिए कि हम उचित सीमाओं का समर्थन करते हैं और उन्हें सही मार्गदर्शन प्रदान करते हैं।

पांचवा महत्वपूर्ण तत्व है, स्वयं के व्यवहार का मूल्यांकन करना। बच्चों के व्यवहार के मूल्यांकन के लिए हमें उदार और सटीक होना चाहिए। हमें उन्हें स्पष्टता से बताना चाहिए कि किस व्यवहार को स्वीकार्य माना जा सकता है और किसे सुधार की आवश्यकता हो सकती है।

अंतिम महत्वपूर्ण तत्व है, उनकी प्रगति का समर्थन करना। बच्चों का व्यवहार समय-समय पर बदल सकता है और हमें उनकी प्रगति का समर्थन करना चाहिए। हमें उन्हें प्रोत्साहित करना चाहिए और उनकी सफलता को मान्यता देनी चाहिए। स्वयं को अद्यतित करने के लिए उन्हें स्वतंत्रता और स्वाधीनता की अवधारणा सिखाएं, ताकि वे स्वयं के साथ सचेत और उचित व्यवहार कर सकें।

समझे अपने बच्चे के व्यवहार को एक निरंतर प्रक्रिया है और यह सभी दिनों के लिए लागू होना चाहिए।

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