भोपाल

प्रज्ञा ठाकुर सर्कस की शेरनी है, चूँकि दिग्विजय सिंह शिकारी है तो इस शेरनी को भी मार देंगे - अजीज कुरैशी

Special Coverage News
21 April 2019 5:44 AM GMT
प्रज्ञा ठाकुर सर्कस की शेरनी है, चूँकि दिग्विजय सिंह शिकारी है तो इस शेरनी को भी मार देंगे - अजीज कुरैशी
x

देश में समय समय पर कोई नेता और कोई बयान हमेशा हिट होता रहा चाहे कारण कोई रहा. इस समय भोपाल से बीजेपी उम्मीदवार प्रज्ञा ठाकुर सुखियों में बनी हुई है. प्रज्ञा ने अपना इमोशनल स्पीच देकर बनाया भविष्य उन्हीं के कुछ शब्दों ने धुल धूसरित कर दिया. यहाँ तक कि जो कभी किसी बयान की सफाई देना उचित नहीं समझती हो वो पार्टी भारतीय जनता पार्टी को सामने आना पड़ा. और बताया कि यह बयान उनकी पीड़ा की वजह से निजी बयान है. अब इस बयान पर सभी नेता एक जुट होकर चुनावी अस्त्र के रूप में इस्तेमाल कर रहे है. चूँकि बीजेपी ही राष्ट्रवाद का नारा लेकर चुनाव लड़ रही है इसलिए ये बयान उस पर ज्यादा भारी पड़ता नजर आ रहा है.


फ़िलहाल इस बयान पर उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और मिजोरम के पूर्व राज्यपाल और कांग्रेस नेता अजीज कुरैशी ने मध्य प्रदेश में भोपाल से बीजेपी उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को 'सर्कस की शेरनी' बताया है. अजीज कुरैशी ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि हमने एक शेरनी को भोपाल भेजा है. वह शेरनी जरूर है लेकिन जंगल की नहीं सर्कस की हैं.

दिग्विजय सिंह अब जंगल की शेरनी को मारेंगे- अजीज

एक सभा को सम्बोधित करते हुए अजीज कुरैशी ने कहा, ''जब सर्कस की शेरनी को रिंग मास्टर छड़ी दिखाता है तो वह अपनी टांगे उठाती है.'' उन्होंने आगे कहा, ''कांग्रेस उम्मीदवार दिग्विजय सिंह ने बहुत शेर मारे हैं. शिकारी रहे हैं. ये जंगल की शेरनी को नहीं मारते थे. अब मौका मिला है तो सर्कस की शेरनी को मारेंगे.'' बता दें कि अजीज कुरैशी ने जब ये बयान दे रहे थे, तब मंच पर खुद दिग्विजय सिंह मौजूद थे. इनके अलावा मध्य प्रदेश के मंत्री आरिफ अकील, पूर्व सांसद सुरेंद्र सिंह ठाकुर भी मौजूद थे.

पिछले दिनों पुलवाला हमले पर दिया था विवादित बयान

गौरतलब है कि अजीज कुरैशी ने पिछले दिनों पुलवामा आतंकी हमले को लेकर पीएम मोदी पर टिप्पणी की थी. उन्होंने कहा था, ''पुलवामा प्लान करके आपने (पीएम मोदी ) करवाया ताकी मौका मिल सके. जनता सब समझती है. उन्होंने कहा, ''अगर मोदी चाहते हैं कि 42 शहीदों को मारकर 42 लोगों की हत्या करके, वह उनकी चिताओं की राख से अपना राजतिलक करें तो जनता उन्हें ऐसा नहीं करने देगी.''

इसी साल फरवरी में पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे. इसके बाद भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की थी.

Tags
Special Coverage News

Special Coverage News

    Next Story