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ज्योतिष के हिसाब से क्या होगा मध्यप्रदेश चुनाव का हाल 2020 ?
पं, वेदप्रकाश पटैरिया शास्त्री जी (ज्योतिष विशेषज्ञ)
अब बात करते हैं कि कांग्रेस के चार्ट की, इसकी स्थापना 2 जनवरी 1978 को हुई थी, जिसके हिसाब से इनकी कुंडली मीन लग्न की बन रही है। यहां केंद्र अधिपति दोष लग रहा है। आपको बता दें केन्द्राधिपति दोष का मतलब होता है जब भी किसी शुभ ग्रह की राशि केंद्र में होती है तो उसको केन्द्राधिपति दोष लग जाता है।
यहां गुरू चौथे स्थान पर बैठा है, ज्योतिष के अनुसार दो स्वामियों का गुरू केंद्र में बैठता है। चार्ट में देखें तो जब से गुरू की महादशा में बुध का अंतर आया है यानि 5 नवंबर 2013 से तब से कांग्रेस की मुसीबतें चालू हो गई हैं। 16 जनवरी 2017 से 17 दिसंबर 2019 तक गुरू में शुक्र का अंतर चलेगा। शुक्र इस कुंडली में पराक्रम का स्वामी है तो निश्चित तौर से कांग्रेस का पराक्रम बढ़ा है। वर्तमान समय के अंदर शुक्र में जो अंतर चल रहा है वो 3 अक्टूबर से चल रहा है, जो शनि का है, जिसे बहुत ही लाभकारी कहा जा रहा है। इससे ढेरों लाभ मिलने वाले हैं।
क्योंकि ये मध्यप्रदेश के चुनाव हैं, तो इसलिए एक ऐसे शख्स हैं, जिनकी कुंडली पर बात करना बहुत ज़रूरी है जो है शिवराज सिंह चौहान। इंटरनेट से मिली जानकारी के अनुसार इनकी जन्मतिथि 5 मार्च 1959 है, जिसके हिसाब से इनकी कुंडली वृष लग्न की बनती है। जिस कारण इनका पलड़ा भारी है। इसलिए किसी भी तरह से इन्हें कम न माना जाए।
परंतु ज्योतिष गणना के अनुसार राहु इनकी कुंडली में पांचवे स्थान पर बैठे हैं तो वहीं शनि कुंडली में योगेश भी हैं, योगार भी और साथ ही कुंडली के आंठवें भाव में भी बैठे हुए हैं, जहां से इनकी दृष्टि दसवें स्थान पर पड़ रही है। परंतु शनि की साढ़ेसती भी चल रही है, जिस कारण इन्हें मुसीबतों का सामना करना पड़ सकता है।
अब बात करते हैं कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के बारे में इंटरनेट से मिली जानकारी के अनुसार इनकी जन्मतिथि है 1 जनवरी 1971, इनकी कुंडली मकर लग्न की बनती है। जो बहुत ही शानदार हैं, इसमें शनि की महादशा चल रही है। शनि चंद्रमा से कुंडली के 11 वें भाव में गोचर कर रहा है। जो बहुत ही अच्छा है। ज्योतिष की गणना के अनुसार 10 दिंसबर 2018 तक कुंडली में बैठा शुक्र भी इन्हें काफ़ी फायदा करा सकता है।
अब बात करेंगे कमलनाथ जी की, इनकी जन्मतिथि 18 नवंबर 1946 की है, जिसके अनुसार इनकी कुंडली मीन लग्न की बनती है। इसमें एक चतुर वही योग बन रहा है जिसे अच्छा नहीं माना जा रहा है। इसीलिए ही इनकी कुंडली को भी बहुत अच्छा नहीं कहा जाता। क्योंकि वर्तमान समय में शनि की महादशा चल रही है। इसलिए माना जा रहा है कि कमल नाथ जी अभी मुख्यमंत्री के पद पर काबिज़ नहीं हो पाएंगे।
अब बताते हैं डिसीज़न क्या लिया जा रहा है, मध्यप्रदेश की कुल 230 सीटें हैं, पूरी बहुमत से बीजेपी सरकार नहीं बना पाएगी। भाजपा और कांग्रेस की कुंडली को देखते हुए इनकी जीत का अंदाज़ा लगाना थोड़ा मुश्किल हो रहा है। मध्यप्रदेश की 230 सीटों में निर्दलीय को नहीं नकारा जा सकता है। ज्योतिष गणना के अनुसार कोई भी पार्टी पूर्ण बहुमत से सरकार नहीं बना पाएगी। लेकिन अगर मोदी फेक्टर से देखा जाए तो कुछ सीटों की बढ़त से भाजपा कांग्रेस को पछाड़ सकती है।
किसी भी प्रकार की समस्या समाधान के लिए पं, वेदप्रकाश पटैरिया शास्त्री जी (ज्योतिष विशेषज्ञ) जी से सीधे संपर्क करें = 9131735636