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यूपी में 'बुलडोजर बाबा' के बाद अब MP की राजनीति में हुई 'बुलडोजर मामा' की एंट्री, पूरे राज्य में लगे पोस्टर
भोपाल : मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में आरोपियों के घरों पर दनादन बुलडोजर (Bulldozer Mama) चल रहे हैं, वैसे तो यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को उनके समर्थक 'बुलडोजर बाबा' के नाम से जानते हैं, चुनावों में भी इस छवि को खूब भुनाया गया. खुद मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यूपी में चुनाव प्रचार का दौरान बुलडोजर की बात कही. अब मध्यप्रदेश में भी बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने उन्हें 'बुलडोजर मामा' की उपाधि दी है. बकायदा इसके लिए होर्डिंग लगवाया है.
मार्च में उत्तर प्रदेश में चुनावी सभा में शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि "सुन ले रे अब्बास! 10 मार्च को योगी जी का बुलडोजर तेरा हिसाब करेगा, ये माफिया बचने नहीं दिए जाएंगे." मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भले ही ये बात यूपी में चुनाव प्रचार के दौरान कही, लेकिन मध्यप्रदेश में भी आरोपियों के घर बुलडोजर कई महीनों से चल रहे हैं. शायद इसलिये यूपी में बुलडोजर बाबा हैं तो मध्यप्रदेश में बीजेपी के लिये मुख्यमंत्री बुलडोजर मामा.
पोस्टर लगने से 48 घंटे पहले श्योपुर में नाबालिग बच्ची से बलात्कार के आरोपी मोहसिन, रियाज और शाहबाज के घर ढहा दिये गए . सिवनी में कॉलेज छात्रा के साथ रेप के आरोपी हरिराम वर्मा, राहुल वर्मा, विकास सिंह, निरपत वर्मा,वीरेन्द्र वर्मा के घर ढहाये गए. रायसेन में सांप्रदायिक हिंसा के बाद गोली लगने से एक शख्स की मौत हुई, 30 से ज्यादा घायल हुए. अब आरोपियों के घर ढहा दिये गये तो वहीं पोस्टर लगने के अगले दिन शहडोल में सामूहिक बलात्कार के आरोपी अब्दुल शादाब के घर पर बुलडोजर चला लेकिन दो और आरोपियों राजेश और सोनू जार्ज के घर नहीं तो वहीं जावरा में अपहरण के आरोपी भूरू, जहरउद्दीन और उमर खां के निर्माण को तोड़ा गया.
भोपाल की हुजूर सीट से बीजेपी विधायक और पूर्व प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने अपने घर के बाहर होर्डिंग लगवाया दिया जिसमें लिखा है कि 'बेटी की सुरक्षा में जो बनेगा रोड़ा, मामा का बुलडोजर बनेगा हथौड़ा.' हालांकि कांग्रेस मानती है कि ये कुर्सी बचाने की कवायद है, वो मकान तोड़ने पर भी सवाल पूछ रही है.
कांग्रेस प्रवक्ता भूपेन्द्र गुप्ता ने कहा कानून इस बात की इजाजत देता है तो बहस होनी चाहिये कि किसी की संपत्ति को किस अधिकार से तोड़ते हैं, सरकार इतनी इच्छाशक्ति रखती है तो सरकार से मांग करता हूं करोड़ों का भ्रष्ट्राचार पकड़ा जा रहा है उन आरोपियों के मकान पर बुलडोजर चलाएं. खैर, इस पोस्टरबाजी के बीच राज्यसभा में पेश आंकड़े और एनसीआरबी की रिपोर्ट बताती है.
2020 में महिलाओं से बलात्कार के मामले में 2339 मामलों के साथ राजस्थान और यूपी के बाद मध्यप्रदेश तीसरे नंबर पर था, लेकिन सज़ा सिर्फ 33.8 फीसद मामलों में हुई. एनसीआरबी के आंकड़े कहते हैं राज्य में हर रोज 6 महिलाएं बलात्कार की शिकार हो रही हैं. राज्य में महिलाओं ने अलग-अलग अपराध से जुड़े 25640 मामले दर्ज कराए हालांकि बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान की मंशा साफ है. वह राज्य में किसी भी आपराधिक गतिविधि को बर्दाश्त नहीं करेंगे और मप्र में महिलाओं को पूरी सुरक्षा देना चाहते हैं. मामा अपराधियों पर बुलडोजर चलाएंगे. बावजूद इसके कांग्रेस-बीजेपी के बीच कानूनी लड़ाई की वजह से आयोग को मिलने वाली महिलाओं की शिकायतें सुनने के लिए जनवरी 2019 के बाद महिला आयोग के सदस्यों की संयुक्त बैंच तक नहीं बैठी है. आयोग में औसतन हर साल 3000 शिकायतें आती हैं. आज की तारीख़ में 15000 से ज्यादा अर्जियां लंबित हैं.