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बीजेपी के 'ऑपरेशन अंजाम' से मध्यप्रदेश कांग्रेस में मची खलबली, किसका खिलेगा कमल!
भोपाल: मध्यप्रदेश में एक हफ्ते से चली आ रही सियासी उठापटक को अब परिणाम में बदलने के लिए भारतीय जनता पार्टी 'ऑपरेशन अंजाम' शुरू कर रही है। पार्टी नेताओं के मुताबिक अब सारा मोर्चा भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और गृहमंत्री अमित शाह ने संभाल लिया है। भाजपा निर्दलीय विधायकों की उछलकूद से परेशान हो गई है।
कभी इधर तो कभी उधर, इसलिए भाजपा के फोकस में अब निर्दलीय की बजाय कांग्रेस के विधायक हैं। विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस के अलग-अलग विधायकों से पार्टी ने पहले से संवाद कर रखा है, अब निश्चित मुहूर्त पर इस ऑपरेशन को अंजाम तक पहुंचा दिया जाएगा। पिछला 'ऑपरेशन लोटस' कुछ तकनीकी कारणों से सफल नहीं हो पाया था।
कांग्रेस के लिए सिंधिया ख़ामोशी बनी है जहर
कांग्रेस की कद्दावर नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के ख़ामोशी बैचेनी पैदा कर रही है। मध्यप्रदेश में सत्ता वापसी कराने में अहम् भूमिका निभाने वाले सिंधिया को कमलनाथ ने आखिर क्यों किनारे लगाया जबकि कमलनाथ के कहने से ही सिंधिया सब बात पर खमोश होते गए। लेकिन कुछ समय बात कमल दिग्गी की जोड़ी ने एक नया समीकरण खड़ा कर दिया और सरकार खतरे में आते दिख रही है। जबकि अल्पमत की सरकार अपना कार्यकाल पूरा करती दिख रही थी। लेकिन अब कुछ नहीं कहा जा सकता है।
अमित शाह से प्रदेश के मंत्री-नेताओं की चर्चा के कई दौर
सियासी उलटफेर में जुटे भाजपा के पूर्व मंत्रियों के खिलाफ जिस तरह से कमलनाथ सरकार ने आक्रामक रुख अपनाया है, उसके बाद पार्टी ने तय किया है कि अब हर हाल में 'ऑपरेशन अंजाम' को सफल बनाना है। शाह के साथ शनिवार को एक नहीं कई दौर में प्रदेश के नेता केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बातचीत की। प्रधान भी मध्य प्रदेश से ही राज्यसभा सदस्य हैं।
भाजपा के ऑपरेशन से कांग्रेस में खलबली
भाजपा के ऑपरेशन अंजाम की खबर कांग्रेस खेमे को भी लग गई है। इसके बाद सीएम निवास पर कमलनाथ, दिग्विजय सिंह समेत राजनीतिक मामलों की समिति ने डैमेज कंट्रोल को लेकर शनिवार रात फिर एक बार बैठक की।
राज्यपाल टंडन ने सीएम को लिखा पत्र
मप्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव द्वारा राज्य सरकार पर भाजपा विधायक और पूर्व मंत्रियों के खिलाफ विद्वेषपूर्ण कार्रवाई का आरोप लगाते हुए राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा गया था। इस ज्ञापन के आधार पर राज्यपाल लालजी टंडन ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को पत्र भेज दिया है। राज्यपाल ने अपने पत्र में मुख्यमंत्री को निर्देश दिए हैं कि इस मामले में न्याय पूर्ण कार्रवाई की जाए। राज्यपाल ने अपने पत्र के साथ भाजपा के शिकायती ज्ञापन को यथारूप में संलग्न करते हुए समुचित कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
बता दें की मध्यप्रदेश में किसका कमल खिलेगा यह अभी संसय में है, लेकिन अमित शाह के कमान सँभालने से कांग्रेस खेमें में खलबली मच गई।