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मामूली विवाद में भैया-भाभी और बच्चों को जिंदा जलाकर खुद भी फांसी पर झूला युवक
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मध्य प्रदेश के अनूपपुर में पारिवारिक विवाद के बाद एक युवक ने अपने ही सगे भाई-भाभी और दो बच्चों को पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया। इसके बाद उसने खुद भी फांसी के फंदे पर झूल कर खुदकुशी कर ली। इस ह्रदयविदारक घटना के बाद क्षेत्र में हड़कंप मच गया है।
मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिले के जैतहरी थानांतर्गत ग्रामपंचायत धनगवां के पिपरहा टोला में दीपक (31 वर्ष) का अपने बड़े भाई बुधवार को ओमकार (46 वर्ष) के साथ विवाद हो गया था। विवाद के बाद दीपक ने रात करीब डेढ़ बजे ओमकार (40), उसकी पत्नी कस्तूरिया (35) और बेटी निधि (16) के कमरे में पेट्रोल डालकर आग लगा दी। इसके बाद दीपक ने अपने भतीजे आशीष (17) के कमरे में भी इसी तरह आग लगा दी।
आग लगाने के बाद खुद भी फांसी पर झूला आरोपी
मरने से पहले मृतक ने दीवार पर लिखे आरोपी के नाम
जिसके बाद आरोपी दीपक विश्वकर्मा ने दूसरे कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।आशीष के चिल्लाने पर उसके अन्य चाचा चेतराम विश्वकर्मा ने दरवाजा तोड़ कर बाहर निकाला। बुरी तरह जल चुके आशीष को शहडोल के लिए रेफेर कर दिया है।बताया जा रहा है कि दीपक का अपने भाई के साथ विवाद था जिसके चलते वो हमेशा परेशान रहता था।
पुलिस को मिली केवल राख और हड्डियां
जलकर मरने वालों में पिता ओमकार उम्र 46 वर्ष, पत्नी कस्तूरिया बाई 40 वर्ष, बेटी निधी विश्वकर्मा उम्र 16 वर्ष शामिल हैं।
गुरुवार सुबह जब पुलिस गांव में पहुंची, तो घर पूरी तरह जल चुका था। आग में पूरी तरह जल चुके चेतराम, उसकी पत्नी और बेटी की हड्डियां और राख ही बची थी। पुलिस ने हड्डियां इकट्ठी कर जांच के लिए भिजवाई हैं।
कोई भाग न सके, इसलिए बाईक को भी जलाया
जलने के बाद कोई बाहर न भाग सके, इसलिए दीपक ने दरवाजा बाहर से बंद कर दिया था। साथ ही, घर के बाहर खड़ी मोटरसाइकिल को भी आग के हवाले कर दिया। चीख-पुकार सुनकर जब गांव के लोग पहुंचे, तब तक सब-कुछ खाक हो चुका था।