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कांग्रेस के इन तीन किलों को बीजेपी छीनने की तैयारी में, बंद कमरे में की गुफ्तगू
मध्य प्रदेश में अब लोकसभा चुनाव की लड़ाई बीजेपी और कांग्रेस में तेज हो गई है। भाजपा मुख्यालय में बैठकों का दौर चल रहा है। कांग्रेस में मैदान पर उम्मीदवारों के चेहरे तलाशे जा रहे हैं। भाजपा कार्यालय में शुक्रवार को प्रदेश चुनाव प्रभारी स्वतंत्रदेव सिंह, सह प्रभारी सतीश उपाध्याय, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राकेश सिंह ने एक घंटे कमराबंद बैठक कर लोकसभा चुनाव की रणनीति तैयार की। इस रणनीति के केंद्र बिंदु में कांग्रेस की परंपरागत तीन सीटों पर जीत की योजना रही। वहीं, कांग्रेस रायशुमारी के जरिए लोकसभा के संभावित उम्मीदवार तलाश रही है। वरिष्ठ नेता और भोपाल के लोकसभा प्रभारी रामेश्वर नीखरा ने अलग-अलग नेताओं से चर्चा कर जिताऊ चेहरे पर बात की। कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव सुधांशु त्रिपाठी बुंदेलखंड की सीटों पर रायशुमारी करने पहुंच रहे हैं।
बीजेपी कांग्रेस के गढ़ में सेंधमारी करने को तैयार
प्रदेश भाजपा मुख्यालय में आयोजित बैठक में कांग्रेस की तीन परंपरागत लोकसभा सीट कमलनाथ की छिंदवाड़ा, ज्योतिरादित्य सिंधिया की गुना-शिवपुरी और कांतिलाल भूरिया की रतलाम-झाबुआ को जीतने की रणनीति तैयार की गई। भाजपा यहां के लिए मजबूत उम्मीदवार तलाश रही है। बड़े चेहरों को इन सीटों पर उतारने को लेकर भी विचार किया गया। संगठन ने कुछ महत्त्वपूर्ण कार्यक्रम तैयार किए हैं, जो इन तीन क्षेत्रों के साथ-साथ पूरे प्रदेश में चलाए जाएंगे। बैठक से बाहर निकले नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि ये अनौपचारिक बैठक थी। लोकसभा चुनाव से लेकर संगठन के कार्यक्रमों के बेहतर संचालन को लेकर चर्चा हुई। हमारे पास नरेंद्र मोदी जैसे नेता हैं, 2014 से अच्छे नतीजे आएं इस बात की रणनीति बनाई गई। तोमर ने कहा कि भाजपा ने चुनाव जीतने की तैयारी की है। कौन प्रत्याशी कहां से होगा ये उसी समय बताया जाएगा। राकेश सिंह ने कहा कि पूरी 29 सीटें हमारे फोकस में हैं। कांग्रेस की तीन सीटें कैसे जीतें इसकी भी तैयारी कर रहे हैं।
कांग्रेस को चेहरों की तलाश
कांग्रेस लोकसभा चुनाव में जिताऊ उम्मीदवारों की तलाश में जुट गई है। लोकसभा की दृष्टि से प्रदेश को चार जोन में बांटा गया है। पहला जोन मालवा-निमाड़, दूसरा मध्य-ग्वालियर चंबल, तीसरा बुंदेलखंड-विंध्य और चौथा जोन महाकौशल को रखा गया है। इन चारों जोन के प्रभारी एआइसीसी के प्रदेश प्रभारी सचिवों को बनाया गया है। ये प्रभारी अपने-अपने जोन में उम्मीदवारों की तलाश में जुट गए हैं। प्रदेश प्रभारी सचिव सुधांशु त्रिपाठी 27 जनवरी को टीकमगढ़ और 28 जनवरी को खजुराहो संसदीय सीट पर उम्मीदवारों की रायशुमारी करेंगे। महामंत्री प्रशासन राजीव सिंह ने कहा कि इस दौरान वे जिला अध्यक्ष, वरिष्ठ नेता, मंत्री, विधायक, पूर्व विधायक, पूर्व सांसद, जिला-जनपद पंचायत अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, नगरीय निकायों के जनप्रतिनिधि, मंडलम, सेक्टर, विभाग और प्रकोष्ठों के पदाधिकारियों से मिलकर उम्मीदवारों के नाम पर रायशुमारी करेंगे। यहां से पैनल तैयार कर राहुल गांधी को सौंपेंगे।
वरिष्ठ नेता रामेश्वर नीखरा ने भोपाल के जिला अध्यक्ष, विधायक, मंत्री, पूर्व विधायक और वरिष्ठ नेताओं से चर्चा कर लोकसभा सीट के संबंध में फीडबैक लिया। नीखरा ने कहा कि इस सीट की कमजोरियों पर काम कर जीतने का प्रयास कर रहे हैं। यहां कई दावेदार हैं, लेकिन इसका फैसला पार्टी हाईकमान करेंगे। कांग्रेस के लिए भोपाल और इंदौर, जबलपुर ऐसी सीटें रही हैं, जहां उसके उम्मीदवार लाखों से चुनाव हारते हैं। कांग्रेस के सामने समस्या ये भी है कि 15 साल के सत्ता के वनवास ने उसमें नई लीडरशिप पैदा नहीं हो पाई, जो दिग्गज थे वे अब उम्रदराज हो चले हैं। ऐसे में जिताऊ की तलाश में कांग्रेस को मुश्किल हो रही है।