भोपाल

मध्यप्रदेश में नया मोड़, कमलनाथ के बयान के बाद विधायकों में मची उथल पुथल!

Shiv Kumar Mishra
10 March 2020 3:20 PM GMT
मध्यप्रदेश में नया मोड़, कमलनाथ के बयान के बाद विधायकों में मची उथल पुथल!
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कमलनाथ खेमे का दावा, अभी भी बहुमत है हमारे पास, नाराज विधायकों को मनाने जाएंगे 3 दूत

मध्यप्रदेश राजनैतिक ड्रामा में पल पल पर एक नई खबर सामने आ रही है. अभी मुख्यमंत्री कमलनाथ ने विधायक दल की बैठक ली जिसमें कांग्रेस के 92 विधायक मौजूद रहे. साथ में सपा बसपा के विधायक भी बाद में आ गये थे जबकि कमलनाथ के साथ निर्दलीय विधायक मौजूद रहे.

मुख्यमंत्री हाउस में विधायकों की बैठक हुई जिसमें 92 विधायक मौजूद रहे. कमलनाथ ने कहा कि हम हर नही मानेगे, आप लोग मध्यावती चुनाव के लिए तैयार रहें. इस दौरान सपा-बसपा के विधायक भी साथ में थे.

कमलनाथ ने कहा कि निर्दलीय विधायक सम्पर्क में है. चिंता की कोई बात नहीं है लेकिन फिलहाल सरकार को गिनती के चक्कर में फंसा दिया है. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि इस्तीफा देने वाले विधायक भी है सम्पर्क में है. उन्हें नही मालूम था कि वे इस्तीफा देने के लिए बुलाये गए है.

वही सिंधिया के कांग्रेस को छोड़ने के बाद देर शाम तक बीजेपी ज्वाइन नहीं करने से और बीजेपी की केंद्रीय कार्यसमिति की बैठक के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया की राज्यसभा उम्मीदवारी घोषणा नहीं होने से मामला फिर से रोचक होता नजर आ रहा है. सूत्र बताते है कि सिंधिया 12 तारीख को ज्वाइन कर सकते है.

वही अन्य सूत्र बताते है कि मध्यप्रदेश सरकार में बड़ा खेल एक दो दिन में सामने आ सकता है. कमलनाथ भी मास्टर स्ट्रोक के बड़े माहिर खिलाडी है. लेकिन मध्यवाधि चुनाव के चलते विधायकों में हडकम्प जरुर मच गया है. वैसे इस मामले में अभी लोंगों से जानकारी ली जा रही है.

वहीं पीसी शर्मा ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि कांग्रेस के विधायकों को बरगलाया गया. स्पीकर को जो इस्तीफा पत्र सौंपा गया है वह दबाव में लिखवाया गया है. शोभा ओझा ने कहा कि विधायकों को कहा गया था ज्योतिरादित्य सिंधिया को राज्यसभा चुनाव का टिकट दिलाना है. इसलिए आपलोग उनके समर्थन में हस्ताक्षर कीजिए. इसी बहाने से कराए हस्ताक्षर के कागज को विधायकों के इस्तीफे के रूप में पेश किया गया है.

शोभा ओझा ने दावा किया कि कमलनाथ की सरकार के पास बहुमत है. सूत्रों के हवाले से यह भी खबर है कि कमलनाथ नाराज विधायकों की घर वापसी की कोशिश करेंगे. कर्नाटक में मौजूद नाराज विधायकों को मनाने के लिए कमलनाथ सज्जन सिंह वर्मा समेत तीन मंत्रियों को कर्नाटक भेजेंगे.

शोभा ओझा ने दंभ भरते हुए कहा कि कमलनाथ की सरकार पूरी तरह सेफ है. विधानसभा में फ्लोर टेस्ट के दौरान कांग्रेस विधायक कमलनाथ सरकार के समर्थन में ही वोट करेंगे. इस बैठक में हिस्सा लेकर बाहर निकले विधायकों ने कहा कि कमलनाथ की ओर से बुलाई गई बैठक में 94 से ज्यादा विधायक पहुंचे थे.

उन्होंने बताया कि सीएम कमलनाथ ने सभी विधायकों से कहा है कि वे निर्भीक रहें और विधानसभा में फ्लोर टेस्ट के दौरान एकजुट होकर वोट करें. कमलनाथ ने साफ कर दिया है कि कांग्रेस के विधायकों को कहीं भी एकत्र करके नहीं रखा जाएगा. शोभा ओझा ने कहा कि जबतक कोई विधायक खुद से इस्तीफा पत्र लिखकर स्पीकर को नहीं सौंपता है तब तक उसे नहीं माना जाएगा. 19 विधायकों का इस्तीफा पत्र मिलने के बाद विधानसभा के स्पीकर एनपी प्रजापति ने कहा है कि वह विधानसभा के नियमों के अनुकूल ही कोई फैसला लेंगे.

सूत्रों ने बताया कि सिंधिया 12 मार्च को अपने समर्थकों एवं कांग्रेस के कई विधायकों के साथ बीजेपी का दामन थाम सकते हैं. सूत्रों ने यह भी बताया कि बीजेपी में शामिल होने से पहले सिंधिया ग्वालियर में अपने समर्थकों को संबोधित कर सकते हैं.

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