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सिंधिया समर्थक विधायकों ने किया वीडियो जारी, उधर शिवराज भागकर गुरुग्राम पहुंचे जानिए क्यों?
मध्यप्रदेश में पल पल पर राजनैतिक माहौल बनता और बिगड़ता नजर आ रहा है. कभी कांग्रेस का तो कभी बीजेपी का पलड़ा भारी पड़ता नजर आ रहा है. अब सिंधिया समर्थक विधायकों ने अपना किया वीडियो जारी. उन्होंने सरकार से सुरक्षा की मांग की है. उधर कमलनाथ सरकार के सभी मंत्री और नेता जिस तरह का बयान दे रहे है उससे बीजेपी खेमें भी हडकम्प मचा हुआ है. क्योंकि जब तक सरकार गिर नहीं जाती है ऊंट किस करवट बैठ जाय किसको पता है. क्योंकि कर्नाटक में बाजी कांग्रेस के हाथ में नहीं थी.
बेंगलुरु में ठहरे ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक 22 विधायकों ने रविवार को एक नया वीडियो जारी कर सरकार से जान को खतरा बताया है. विधायकों ने वीडियो में कहा कि उन्होंने अपना इस्तीफा दे दिया है. सभी भोपाल आना चाहते हैं, इसके लिए उन्हें सीआरपीएफ की सुरक्षा दी जाए। विधायकों का तर्क है कि जब सिंधियाजी पर भोपाल में हमला किया जा सकता है तो हम कैसे सुरक्षित हो सकते हैं.
विधायकों के मुताबिक, ''हम अपनी स्वेच्छा से बेंगलुरु आए हैं। किसी ने बंधक नहीं बनाया. मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए संभावना है कि हमें विधानसभा स्पीकर से मिलने नहीं दिया जाए. अगर परिजन द्वारा कोई शिकायत की जाए तो उसे अमान्य कर दें.'' सूत्रों के अनुसार, सिंधिया सर्मथक विधायकों को रिजॉर्ट से बेंगलुरु के तीन अलग-अलग होटलों में शिफ्ट किया गया है. इधर, दिल्ली में मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के निवास पर एक बैठक में ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मौजूद हैं. बैठक के बाद सिंधिया और शिवराज बेंगलुरु जा सकते हैं. फिर ये निर्णय लिया जाएगा कि विधायकों को भोपाल कब शिफ्ट करना है.
इधर बीजेपी के नेता और पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान अपने विधायकों से मिलने गुरुग्राम पहुंचे है. लेकिन ताज्जुब की बात यह है कि बीजेपी का गणित कौन सा है जो 106 विधायक गुरुग्राम में बता रहा है जबकि बीजेपी के कई विधायक बाहर है जो सबको दिख रहे है. आखिर सब होने के बाद भी शिवराज हताश क्यों नजर आ रहे है कभी सिंधिया के घर कभी नरेंद्र तोमर के घर कभी अमित शाह के घर तो कभी सोलिसिटर तुषार मेहता से राय लेते नजर आ रहे है क्या दाल में कुछ काला नजर आ रहा है या फिर सब पूर्ववत तैयारी चल रही है ताकि कोई महाराष्ट्र जैसी चूक न हो जाय.