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मध्य प्रदेश: मझधार में फंसी कमलनाथ सरकार, कांग्रेस विधायक भोपाल एयरपोर्ट पहुंचे,राज्यपाल का है ये निर्देश
भोपाल। मध्यप्रदेश में बीते एक पखवाड़े से चले रही राजनीतिक धमा चौकड़ी का अब सोमवार को अंत हो जायेगा और की मध्यप्रदेश में किसकी सरकार बनेगी अब सिर्फ चंद घंटो का इन्तजार बाकी है। जिसकी वजह से राज्य में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है। जयपुर में रुके कांग्रेसी विधायक कड़ी सुरक्षा में भोपाल पहुंच गए हैं। हालात को देखते हुए प्रशासन ने एयरपोर्ट के आस-पास धारा 144 को लागू कर दिया था। वहीं बंगलूरू में ठहरे कांग्रेस के बागी विधायकों ने भोपाल लौटने के लिए वीडियो जारी कर केंद्रीय बलों की सुरक्षा मांगी है। इन विधायकों ने कमलनाथ सरकार से खुद को खतरा बताया है।
मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन द्वारा मुख्यमंत्री कमलनाथ को सोमवार को विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण के तत्काल बाद विश्वास प्रस्ताव पर मतदान कराने के निर्देश दिए जाने के बाद मुख्यमंत्री ने रविवार को मंत्रिमंडल की बैठक बुलाई है। सूत्रों ने बताया कि मंत्रिमंडल की बैठक थोड़ी देर में शुरू हो सकती है। ऐसी संभावना है कि इसमें राज्यपाल द्वारा शनिवार देर रात को मुख्यमंत्री को लिखे गए पत्र पर विचार किया जाएगा।
इस पत्र में राज्यपाल लालजी टंडन ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को सोमवार को राज्यपाल के अभिभाषण के तत्काल बाद विश्वास प्रस्ताव पर मतदान कराने के निर्देश दिए हैं। पत्र में टंडन ने निर्देश दिया है कि मध्यप्रदेश विधानसभा का सत्र 16 मार्च 2020 को प्रातः 11 बजे प्रारंभ होगा और राज्यपाल के अभिभाषण के तत्काल बाद एकमात्र कार्य विश्वास प्रस्ताव पर मतदान होगा।
इसके अलावा, राज्यपाल ने निर्देश दिया है कि विश्वासमत मतविभाजन के आधार पर बटन दबाकर ही होगा और अन्य किसी तरीके से नहीं किया जाएगा। राज्यपाल ने कहा है कि विश्वासमत की संपूर्ण प्रक्रिया की वीडियोग्राफी विधानसभा स्वतंत्र व्यक्तियों से कराएगी।
राज्यपाल ने कहा कि उपरोक्त संपूर्ण कार्यवाही हर हाल में 16 मार्च 2020 को प्रारम्भ होगी और यह स्थगित, विलंबित या निलंबित नहीं की जाएगी। इसके साथ ही कांग्रेस विधायक दल की बैठक रविवार शाम को यहां रखी गई है। इस बीच अपने विधायकों को एकजुट रखने की कवायद में जयपुर में रखे गए कांग्रेस के विधायकों को विशेष विमान से भोपाल लाया जा रहा है। खबरों के अनुसार इन विधायकों को भोपाल आने के बाद भी होटल में एक साथ रखा जाएगा।
इसके साथ ही बीजेपी ने विधायकों को मानेसर गुरुग्राम के एक होटल में ठहराया हुआ है, वहीं सिंधिया खेमे के इस्तीफा दे चुके कांग्रेस के 22 बागी विधायकों में से भी अधिकांश बेंगलुरु में ठहरे हुए हैं। विधानसभा अध्यक्ष ने इन 22 विधायकों में से छह के त्यागपत्र शनिवार देर शाम को मंजूर कर लिए गए थे, जबकि 16 विधायकों के त्यागपत्र पर फिलहाल कोई निर्णय नहीं लिया है।