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भाजपा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया की कई साल पुरानी मांग हुई पूरी
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया की कई साल पुरानी मांग आखिरकार पूरी हो गई है. शिवराज सरकार ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को भोपाल के श्यामला हिल्स में बंगला आवंटित कर दिया है. कमलनाथ सरकार की विदाई के बाद से खाली पड़े इस बंगले में ज्योतिरादित्य सिंधिया के आने की आहट भर से रंगाई-पुताई का काम भी शुरू हो गया है.
दरअसल, ज्योतिरादित्य सिंधिया के पास भोपाल में अभी तक कोई बंगला नहीं था. साल 2018 में कमलनाथ सरकार बनने के पहले शिवराज सरकार के समय ही सिंधिया ने भोपाल में बंगले के लिए आवेदन किया था लेकिन तब उनके आवेदन पर अमल नहीं किया गया था. 2018 में विधानसभा चुनाव के बाद प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी लेकिन तब भी सिंधिया की भोपाल में बंगले की मांग अधूरी रह गई
साल 2019 में लोकसभा चुनाव हुए, जिसमें सिंधिया को गुना लोकसभा क्षेत्र से मात मिली. लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद सिंधिया को दिल्ली का सरकारी बंगला भी खाली करना पड़ा था. ज्योतिरादित्य सिंधिया साल 2002 से 2019 तक लोकसभा के सदस्य रहे लेकिन इतने लंबे समय तक सांसद रहने के बावजूद उन्हें भोपाल में सरकारी बंगला नहीं मिल सका था. आखिरकार सिंधिया का इंतजार 2021 में खत्म होने जा रहा है.
गौरतलब है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक विधायकों के विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद ही कमलनाथ सरकार गिर गई थी और मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में बीजेपी की सरकार बनी थी. इसलिए माना जा रहा है कि यह बंगला शिवराज सिंह चौहान सरकार की तरफ से ज्योतिरादित्य सिंधिया को तोहफा है. फिलहाल बंगले में साफ-सफाई और रंगाई पुताई का काम शुरू हो गया है.
भोपाल के श्यामला हिल्स इलाके के जिस बंगले में ज्योतिरादित्य सिंधिया शिफ्ट होने वाले हैं उसका नंबर बी-5 है. इसी बंगले से ठीक सटा हुआ बंगला बी-6 है जो मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी की फायर ब्रांड नेत्री उमा भारती के नाम आवंटित है. ज्योतिरादित्य सिंधिया के घोर विरोधी माने जाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी इस बंगले के पास ही बी-1 में रहते हैं.
श्यामला हिल्स इलाके में ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का आधिकारिक निवास है और पास में ही पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का भी बंगला है. श्यामला हिल्स को मध्य प्रदेश का पावर कॉरिडोर कहा जाता है. ऐसे में शिवराज, कमलनाथ, दिग्विजय और उमा भारती के साथ ज्योतिरादित्य सिंधिया को यहां बंगला मिलना यह दिखाता है कि शिवराज सरकार के साथ-साथ मध्य प्रदेश की राजनीति में भी ज्योतिरादित्य सिंधिया का कद कितना बड़ा होता जा रहा है.