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- बीजेपी विधायक ने क्यों...
भोपाल: मध्य प्रदेश में सत्ता के लिए शुरू हुआ संघर्ष अब कानूनी दांव-पेंच में उलझता नजर आ रहा है। भाजपा फ्लोर टेस्ट कराने की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंची है। कोर्ट ने मंगलवार को राज्यपाल, मुख्यमंत्री और विधानसभा स्पीकर को नोटिस जारी कर 24 घंटे में जवाब मांगा है।
इस मामले में बुधवार को 10:30 बजे फिर सुनवाई होगी। अब मुख्यमंत्री कमलनाथ दिल्ली से आए पार्टी के वरिष्ठ नेता मुकुल वासनिक और संसदीय कार्य मंत्री गोविंद सिंह के साथ कानूनी मसले पर चर्चा की। सुबह 11 बजे के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता, मंत्री और विधायकों के सीएम हाउस पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया। उधर, दोपहर करीब 4 बजे भाजपा नेता शिवराज सिंह चौहान, गोपाल भार्गव और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा राजभवन पहुंचे। बीते 20 घंटे में भाजपा नेताओं की राज्यपाल से यह दूसरी मुलाकात है।
इससे पहले सोमवार शाम भाजपा ने 106 विधायकों की राज्यपाल के सामने परेड कराई थी। फिलहाल, पार्टी के सभी विधायक सीहोर के एक रिसॉर्ट में ठहरे हुए हैं। इससे पहले भाजपा नेता नरोत्तम मिश्रा ने कहा- कांग्रेस विधायक खुद बोल रहे हैं कि कमलनाथ सरकार छिंदवाड़ा (सीएम के गृहनगर) तक सिमट चुकी है। उन्होंने पुत्रमोह में पूरी सरकार को डुबा दिया। एक राष्ट्रीय अध्यक्ष ने तो पुत्रमोह में देश के अंदर कांग्रेस को डुबा दिया।
भाजपा विधायक के बागी सुर, आज भी कमलनाथ से मिले
दूसरी ओर, मैहर से भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी 3 दिन में चौथी बार कमलनाथ से मिले। उन्होंने कहा कि कमलनाथ सरकार को कोई खतरा नहीं है। कांग्रेस के पास पूर्ण बहुमत है। त्रिपाठी सोमवार को भी मुख्यमंत्री से मिले थे। जबकि रविवार को उनकी 2 बार और शनिवार को भी एक बार मुख्यमंत्री से मुलाकात हो चुकी है। उनका कहना है कि वह सिर्फ विकास के साथ हैं। अभी कमलनाथ सरकार है। जब नहीं होगी तो देखा जाएगा।