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मध्यप्रदेश में राज्यसभा सीटों पर फंसा पेंच, जानिए किस करवट बैठेगा ऊंट
भोपाल. राज्यसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने अपने पत्ते खोल दिए हैं। पार्टी ने दो उम्मीदवारों में से पहली वरीयता दिग्विजय सिंह को दी है। दूसरी वरीयता पर फूल सिंह बरैया को रखा है। कांग्रेस के पास कुल विधायकों की संख्या 92 है। राज्यसभा की एक सीट को जीतने के लिए 52 वोटों की जरूरत होगी। यानी पार्टी के 52 विधायकों को यह बता दिया गया है कि उन्हें दिग्विजय को वोट देना है।
जाहिर है बचे हुए 40 विधायक फूलसिंह बरैया को वोट डालेंगे। बरैया की जीत तभी हो सकती है, जब उन्हें 12 वोट और मिल जाएं। प्रदेश के मौजूदा राजनीतिक हालात में ये बेहद मुश्किल काम है। कांग्रेस सरकार के समय कमलनाथ के साथ खड़े नजर आ रहे विधायक अब भाजपा के पाले में खड़े नजर आ रहे हैं। दोनों ही दल आज रात तक व्हिप जारी कर देंगे।
भाजपा के डिनर पॉलिटिक्स में बसपा, निर्दलीय और सपा विधायक शामिल हुए
19 जून को होने वाले राज्यसभा की तीन सीटों के चुनाव को लेकर भाजपा और कांग्रेस से तस्वीर साफ हो गई है। बुधवार को दोनों दलों ने पार्टी विधायकों की गिनती के साथ निर्दलीय और तीसरे दलों के विधायकों को अपने खेमे में दिखाने की कोशिश की, जिसमें भाजपा काफी हद तक सफल हुई। पार्टी दफ्तर में हुई डिनर पॉलिटिक्स में खुद के 106 विधायकों के साथ दो निर्दलीय सुरेंद्र सिंह शेरा और विक्रम राणा, दो बसपा के संजीव कुशवाहा और रामबाई के साथ एक सपा विधायक राजेश शुक्ला भी पहुंचे। कोरोना से एहतियात बरतते हुए यशोधरा राजे सिंधिया नहीं पहुंचीं, लेकिन वे पार्टी के साथ हैं और भोपाल पहुंच गईं हैं।
कांग्रेस का दावा- 92 विधायक साथ हैं
दूसरी ओर, कांग्रेस विधायक दल की बैठक में 87 विधायक पहुंचे। पार्टी का दावा है कि उनके 92 विधायक साथ हैं। साफ है कि ताजा समीकरण के हिसाब से भाजपा की दो सीट पक्की और कांग्रेस एक सीट पर मजबूत है। गुरुवार को एक बार फिर कांग्रेस विधायक दल की बैठक कमलनाथ के निवास पर होनी है। वहीं भाजपा विधायक दल की बैठक शाम 6 बजे पार्टी कार्यालय में होने जा रही है। बैठक में विधायकों को कल मतदान कैसे करना है इसका अभ्यास कराया जाएगा।
राज्यसभा चुनाव का गणित
कांग्रेस
1. बैठक में 87 विधायक के अलावा निर्दलीय केदार भी पहुंचे। आज बैठक।
2. केपी, लक्ष्मण, रवि जोशी और हिना कांवरे नहीं आए। गुरुवार को आएंगे।
3. पहले प्रत्याशी दिग्विजय रहेंगे। दूसरे फूल सिंह बरैया होंगे।
4. वोटिंग के दिन कमलनाथ के घर से एक साथ जाएंगे सभी विधायक।
5. पहले 54 विधायकों को निर्देश-दिग्विजय का नाम पहले नंबर पर लिखें। कमलनाथ का वोट भी दिग्विजय को।
भाजपा
1. भोजन में पहुंचे 106 विधायक। यशोधरा नहीं गईं, भोपाल पहुंचीं।
2. दो निर्दलीय, दो बसपा, एक सपा विधायक पहुंचे। दो अन्य निर्दलीय संपर्क में।
3. सिंधिया 19 जून को नहीं आएंगे, राज्यवर्धन दत्तीगांव होंगे प्रतिनिधि।
4. वोटिंग की निगरानी उमाशंकर गुप्ता और बंशीलाल गुर्जर को दी।
5. मतगणना स्थल पर यशपाल सिंह सिसोदिया, गिरीश गौतम तथा एजेंट अरविंद भदौरिया व विश्नोई रहेंगे।
भाजपा दो सीटें पक्की : पार्टी के 107 विधायकों का साथ। दो निर्दलीय, दो बसपा और एक सपा का भी समर्थन। यानी विधायकों की संख्या 114 होगी।
कांग्रेस एक सीट पक्की : पार्टी के 92 विधायक। निर्दलीयों काे समर्थन लेने की कोशिश जारी, लेकिन संभावना बहुत ही कम।
एक सीट के लिए 52 विधायकों के वोट लगेंगे। भाजपा के पास दो सीटें जीतने के लिए पर्याप्त संख्या। कांग्रेस एक सीट पर मजबूत।
भाजपा से सिंधिया और सुमेर, कांग्रेस से दिग्विजय, बरैया
बताया जा रहा है कि गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने निर्दलीय, बसपा और सपा को भाजपा में लाने की रणनीति बनाई। सुरेंद्र सिंह और राजेश शुक्ला भी भोजन में नरोत्तम के साथ दिखे। भूपेंद्र सिंह के साथ राम बाई नजर आईं। दो अन्य निर्दलीय विधायक प्रदीप जायसवाल और केदार डाबर के भी भाजपा के संपर्क में होने की खबर हैं। माना जा रहा है कि 19 जून वोटिंग के दिन सारे निर्दलीय, बसपा और सपा के विधायक भाजपा के पक्ष में जा सकते हैं। दो सीटों पर भाजपा ने ज्योतिरादित्य सिंधिया, सुमेर सिंह सोलंकी को, जबकि कांग्रेस ने दिग्विजय सिंह व फूल सिंह बरैया को प्रत्याशी बनाया है।